हापुड़ में सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान में छात्रों की सक्रिय भागीदारी काबिले तारीफ है। इन छात्रों ने स्वेच्छा से यातायात नियमों के पालन और सड़क सुरक्षा के महत्व को लोगों तक पहुंचाने का बीड़ा उठाया है। हेलमेट और सीट बेल्ट का उपयोग करने के लिए लोगों से विनम्र निवेदन करना, एक सराहनीय प्रयास है। छात्रों के प्रयासों के बावजूद कुछ चुनौतियां भी सामने आई हैं।
हापुड़ – सड़क सुरक्षा माह के सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान के अंतर्गत हापुड़ में कई स्कूलों के छात्र और छात्राएं यातायात व्यवस्थाओं को दुरुस्त और बिना हेलमेट बिना सेफ्टी बेल्ट के वाहन चलाने वाले लोगों को जागरूक करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है। जो लोग हेलमेट लगाए बिना वाहन चला रहे है।उन लोगों से बड़े ही विनम्र निवेदन के साथ छात्र छात्राएं अपील करते है। समझाते है कि आपका कोई घर पर इंतजार कर रहा है इस लिए आपको बिना हेलमेट के वाहन नहीं चलाना चाहिए। इन छात्र छात्राओं के निवेदन पर कुछ लोग जागरूक होकर हेलमेट पहन के वाहन चला रहे है तो कुछ लोग जागरूक करने वाले छात्र छात्राओं के साथ अभद्र व्यवहार भी कर रहे है।
हापुड़ अंबेडकर तिराहे पर जब छात्र छात्राएं यातायात व्यवस्था दुरुस्त कर रहे थे और लोगों को हेलमेट उपयोग करने के लिए निवेदन कर रहे थे तो एक मोटरसाइकिल पर सवार तीन युवकों को छात्र छात्राओं ने रोक कर उनसे कहा कि आपको हेलमेट लगाना चाहिए। आप तीन लोग एक बाइक पर सफर नहीं कर सकते तो मोटरसाइकिल सवार युवक ने छात्र छात्राओं से अभद्र व्यवहार करते हुए कहा कि हम तो ऐसे ही चलेंगे जिसमें हिम्मत है रोक लो और हेलमेट भी नहीं लगाएंगे और तुम होते कौन हो हमें शिक्षा देने वाले की हमको क्या करना है क्या नहीं।
इस अभद्र व्यवहार की सूचना छात्र छात्राओं ने यातायात कर्मी को दी जिसके बाद यातायात कर्मी ने मोटरसाइकिल पर सवार तीन सवारी होने के कारण हेलमेट ना पहनने के तहत चलानी कार्यवाही की। छात्र छात्राओं से अभद्र व्यवहार करने पर चालानी कार्यवाही तो हुई मगर यातायात व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने का प्रयास करने वाले छात्र छात्राओं का मनोबल टूटता हुआ दिखा और छात्र छात्राओं ने कहां की ऐसे लोगों के कारण ही जागरूकता अभियान 100 प्रतिशत सफल नहीं हो पाता।
एक छात्रा ने कहा कि हम पूरे दिन लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति अपील करते है। समझाते है निवेदन करते है। मगर हमारा जागरूक निवेदन 40 प्रतिशत ही कामयाब हो पाता है। 60 प्रतिशत लोग अपनी मनमानी करते है जिसके कारण सड़क हादसों में लगातार वृद्धि हो रही है।
अभद्र व्यवहार:
कुछ लोगों द्वारा छात्र छात्राओं के साथ अभद्र व्यवहार करना, एक चिंताजनक स्थिति है। यह न केवल छात्रों के उत्साह को कम करता है बल्कि समाज में कानून और व्यवस्था के प्रति उदासीनता को भी दर्शाता है।