जनपद हापुड़ में नगर पालिका द्वारा शहर के विकास के लिए भले के दावे किए जाते हैं, लेकिन सच्चाई उजागर हो जाती है नगर पालिका द्वारा पिछले तीन साल से शहर की गलियों का अंधेरा दूर करने के लिए स्ट्रीट लाइटें नहीं खरीदी गई है। शहर के अधिकतर मोहल्लों में रात के समय दिक्कत होती है। पालिकाध्यक्ष और अधिकारियों के कार्यालय के चक्कर लगने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो पा रही है।
नगर पालिका चुनाव से पूर्व सभासदों द्वारा अपने वार्डो के विकास के लिए जनता से वादे किए गए थे। पालिका की पहली बोर्ड बैठक में सभी प्रस्ताव रखे गए, जिन्हें सर्वसम्मित से पास भी कर दिया गया। लेकिन बोर्ड बैठक बीत जाने के बाद भी एक भी प्रस्ताव का टेंडर भी अभी तक नहीं निकल पाया है।
शहर के रफीकनगर, इंद्रलोक, कृष्णा नगर, श्रीनगर, आवास विकास, त्रिलोकीपुरम, गांधी विहार, भंडा पट्टी सहित अधिकतर वार्डो में पथ प्रकाश व्यवस्था चौपट पड़ी है। नगर पालिका के लाख दावों के बाद भी स्ट्रीट लाइट नहीं लग रही है। विद्युत खंभों पर लगी स्ट्रीट लाइट मात्र शोपीस बनकर रह गई है। स्ट्रीट लाइट ख़राब होने की वजह से ज्यादातर गली मोहोलों की सड़कों पर अंधेरा छाया रहता है। जिससे लोगों का रात में निकलना मुश्किल हो रहा है।
जिनकी मरम्मत के लिए कालोनी के लोगों के साथ वार्ड के सभासद भी पथ प्रकाश व्यवस्था सुधारने के लिए पालिकाध्यक्ष पुष्पा सिंह व प्रकाश विभाग कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन सुनवाई नहीं हो पा रही है। लेकिन बजट का अभाव का बहाना लेकर जल्द इस समस्या का समाधान कराने का आश्वासन दिया जा रहा है।
सभासद नितिन पाराशर, रिजवान कुरैशी, मुशीर, कुसुम, पवन भास्कर, मोहम्मद नदीम, मरगूब हसन, मुकेश कुमार ने बताया कि करीब तीन वर्ष पूर्व नगर पालिका द्वारा स्ट्रीट लाईटें खरीदी गई थी, जो अधिकतर खराब हो चुकी है। शाम होते ही गलियों में अंधेरा छा जाता है। इस संबंध में अनेक बार मांग की जा चुकी है, लेकिन सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा है, समाधान नहीं किया जा सका है।
नगर पालिका अध्यक्ष पुष्पा सिंह का कहना है कि जिन वार्डो में स्ट्रीट लाइट की समस्या है वहां टीम भेजकर लाइटों को दुरुस्त कराया जाएगा।