फेफड़े, पेट, रीढ़ और लिवर तक फैला संक्रमण, सीएचसी में भर्ती के बाद 40% सुधार
📍 हापुड़। जिले के एक गांव के 40 वर्षीय व्यक्ति की हालत उस वक्त नाजुक हो गई जब टीबी संक्रमण उसकी रीढ़ की हड्डी, फेफड़ों और पेट तक फैल गया। मेरठ मेडिकल कॉलेज और दिल्ली के बड़े सरकारी अस्पतालों से रेफर किए जाने के बाद परिजनों ने आर्थिक तंगी के चलते हापुड़ सीएचसी (CHC) में इलाज कराया। अब डॉक्टरों का दावा है कि मरीज की हालत में 40% से अधिक सुधार हुआ है।
🏥 रेफर होते-होते पहुंचा सीएचसी
- मरीज को पहले हापुड़ के एक निजी अस्पताल, फिर मेरठ मेडिकल कॉलेज, और फिर दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में दिखाया गया।
- अधिकांश अस्पतालों ने ऑपरेशन का विकल्प सुझाया, जो परिजनों के लिए आर्थिक रूप से असंभव था।
- अंत में परिजन मरीज को हापुड़ सीएचसी लेकर आए, जहां उसे भर्ती कर आवश्यक उपचार दिया गया।
🩺 क्या बोले डॉक्टर?
सीएचसी हापुड़ के फिजिशियन डॉ. अशरफ अली ने बताया:
“सीटी स्कैन में रीढ़ की हड्डी पूरी तरह गली पाई गई। रिपोर्ट में पेट और फेफड़ों में भी टीबी मिला। मरीज का लिवर और किडनी भी प्रभावित थे। भर्ती के समय मरीज चलने-फिरने में असमर्थ था, लेकिन अब खुद खड़ा हो पा रहा है।”
उन्होंने यह भी बताया कि रक्षाबंधन से एक दिन पहले मरीज को घर भेजा जा सकता है।
📊 सरकारी सीएचसी पर भरोसा बढ़ा
- यह मामला दर्शाता है कि कैसे सरकारी स्वास्थ्य केंद्र सीमित संसाधनों में भी गंभीर मरीजों को राहत दे सकते हैं।
- इस तरह के सफल इलाज, खासकर टीबी जैसी गंभीर बीमारी में, टीबी उन्मूलन अभियान के लिए भी सकारात्मक संकेत हैं।
जन आरोग्य मेला में पहुंचे 1635 मरीज
- जिलेभर के आरोग्य मेलों में रविवार को 1635 मरीज पहुंचे।
- सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी के अनुसार, मरीजों में वायरल बुखार, खांसी-जुकाम, और पेट संक्रमण के मामले सबसे अधिक रहे।