हापुड़ में शुक्रवार को एक बार फिर से ट्रेनों की बिगड़ी चाल ने यात्रियों का बुरा हाल कर दिया। सद्भावना एक्सप्रेस छह घंटे तो कई अन्य प्रमुख ट्रेनें भी घंटों की देरी से पहुंची। ट्रेनों की लेटलतीफी के कारण यात्रियों को परेशान होना पड़ा।
रेलवे यात्रियों की सुविधाओं को बढ़ाने का प्रयास कर रहा है, लेकिन ट्रेनों की चाल सुधरने का नाम नहीं ले रही है। शुक्रवार को रक्सौल से चलकर आनंद विहार टर्मिनल को जाने वाली सद्भावना एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से छह घंटे, मुरादाबाद से गाजियाबाद जाने वाली मेमू ट्रेन डेढ़ घंटे, लालगढ़ से डिब्रूगढ़ जाने वाली अवध असम एक्सप्रेस एक घंटे की देरी से पहुंची।
वहीं रक्सौल से आनंद विहार जाने वाली सत्याग्रह एक्सप्रेस तीन घंटे, बरेली से चलकर भुज को जाने वाली आला हजरत एक्सप्रेस आधा घंटे, सहरसा से अमृतसर जाने वाली गरीब रथ एक्सप्रेस आधा घंटा, नई दिल्ली से बनारस जाने वाली कांशी विश्वनाथ एक्सप्रेस दो घंटे, लखनऊ से चलकर मेरठ को जाने वाली राज्यरानी एक्सप्रेस डेढ़ घंटे की देरी से पहुंची।
त्योहारी सीजन में एक ओर लोगों को अपने घर पहुंचने की जल्दी है लेकिन ऐसे में है। ऐसे में ट्रेनों की लेटलतीफी के कारण यात्रियों की समस्या बढ़ रही है। यदि ट्रेन से कहीं यात्रा करनी है तो पहले ट्रेनों की स्थिति जान लें नहीं तो परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
स्टेशन अधीक्षक अजब सिंह का कहना है कि जगह जगह रेलवे लाइनों पर मरम्मत कार्य के चलते ट्रेनें देरी से चल रही हैं, जिस कारण गंतव्य को भी देरी से पहुंच रही है। जल्द ही ट्रेनों की चाल में सुधार करने का प्रयास किया जा रहा है।