हापुड़ में लोकतंत्र के महापर्व में युवा मतदाताओं के साथ उम्र के अंतिम पड़ाव में पहुंचे बुजुर्गो का उत्साह कम नहीं दिखा। वहीं बीमार और दिव्यांगों ने भी उत्साह के साथ अपने मत का प्रयोग किया। शारीरिक अक्षमताओं की बावजूद बुजुर्गों और दिव्यांगों में उत्साह भरपूर रहा। मतदान केंद्र पहुंचने के लिए किसी ने व्हील चेयर तो किसी ने अपने परिजनों की गोद का सहारा लिया।
मजबूत लोकतंत्र के लिए शत प्रतिशत मतदान की महती आवश्यकता है एवं शत प्रतिशत मतदान ही मजबूत लोकतंत्र का आधार है। इस बीच शारीरिक रूप से अक्षम बुजुर्गों और दिव्यांगों को उनकी अक्षमता भी रोक नहीं सकी। कोई छड़ी के सहारे मतदान केंद्र तक पहुंचा तो वहीं कोई अपनों का हाथ थामकर वोट डालने पहुंचा। उन्होंने मतदान केंद्र पर पहुंचकर अपना वोट डालकर लोकतंत्र के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाई। वोट डालने के लिए पहुंचे बुजुर्ग मतदाताओं ने जनता को भी लोकतंत्र के पर्व में अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए प्रेरणा दी।
एकेपी इंटर कॉलेज में मतदान करने पहुंची गांधी गंज निवासी 91 वर्षीय गंगा देवी ने बताया कि मतदाता सूची में अगर नाम आता है तो हर बार अपने मत का प्रयोग किया है, कभी पीछे नहीं रहीं। गांव औरंगाबाद में 101 वर्षीय राजदुलारी व्हीलचेयर पर वोट डालने पहुंची और अन्य लोगों से भी मतदन की अपील की।
वहीं शांति निकेतन पब्लिक स्कूल में 88 वर्षीय श्यामा देवी ने मतदान किया। जैन कन्या पाठशाला में वोट डालने पहुंचे दिव्यांग अंकित नागर ने कहा कि वोट एक जिम्मेदारी है, जिसे सभी को निभाना चाहिए। एसएसवी इंटर कॉलेज में लज्जापुरी निवासी दिव्यांग सीमा अपने पुत्र अंकित की गोद में वोट डालने पहुंची। उन्होंने कहा कि हमारी वोट से देश में अच्छी सरकार बनती है।