हापुड़। भीषण गर्मी में बिजली की खपत भी बढ़ गई है। जिले के तीनों डिवीजन में रोजाना करीब 43 लाख यूनिट बिजली फुंक रही है। महीने में यह आंकड़ा 13 करोड़ यूनिट तक पहुंच रहा है। सौर ऊर्जा से ग्रिड तक रोजाना 60 हजार से एक लाख यूनिट बिजली पहुंचाने के लिए ऊर्जा निगम को पांच हजार घरों में सोलर प्लांट लगाने का लक्ष्य मिला है। इस पर शासन से निर्धारित अनुदान उपभोक्ताओं को मिलेगा।
जिले में सौर ऊर्जा को अपनाने पर जोर दिया जा रहा है। वहीं, केंद्र सरकार सोलर ऊर्जा के भविष्य को लेकर काफी सकारात्मक है। जून, जुलाई और अगस्त में भीषण गर्मी पड़ने के आसार हैं। गर्मी के शुरुआती महीनों में ही बिजलीघरों पर अधिक मांग के कारण लोड बढ़ना शुरू हो गया है। फरवरी तक जहां प्रति माह जिले की खपत 90 से 10 मिलियन यूनिट थी, जो इस महीने बढ़कर 130 मिलियन यूनिट से ज्यादा पहुंच गई है।
पिछले दो साल से शासन का जोर सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादन करने पर है। इसके लिए उपभोक्ताओं के घरों की छत पर पैनल लगाए जा रहे हैं, जिस पर केंद्र और राज्य सरकार से निर्धारित अनुदान भी दिया जा रहा है। सौर ऊर्जा के इस्तेमाल के साथ बिजली कटने जैसी समस्याओं से बच सकेंगे। घरेलू इस्तेमाल के साथ किसान इस ऊर्जा का इस्तेमाल ट्यूबवेल, सिंचाई उपकरणों जैसे कृषि यंत्रों के संचालन में भी कर सकेंगे।
लेकिन पूरे जिले में अभी तक एक हजार से भी कम प्लांट लगाए गए हैं। इस साल ऊर्जा निगम को पूरे जोन में 20 हजार उपभोक्ताओं के परिसर पर सोलर प्लांट लगाने का लक्ष्य मिला है। इसमें हापुड़ जिले के अंदर पांच हजार प्लांट स्थापित कराए जाने हैं। निगम द्वारा सर्वे भी कराया गया है, जिसमें पता चला है कि सोलर प्लांट प्रति किलोवाट चार से पांच यूनिट प्रतिदिन ग्रिड को दे सकता है। दो से 10 किलोवाट तक के प्लांट उपभोक्ताओं के परिसरों पर अनुदान पर लगाए जाएंगे।
अधीक्षण अभियंता एसके अग्रवाल- ने बताया की जिले में पांच हजार उपभोक्ताओं के परिसरों पर सोलर प्लांट लगाए जाएंगे। इसके लिए उपभोक्ता निगम में आवेदन कर सकते हैं। शासन से निर्धारित अनुदान इन संयंत्रों पर उपभोक्ताओं को मिलेगा। संयंत्र उपभोक्ताओं की जरूरत के अनुसार बिजली बनाकर देंगे।