हापुड़ में दो बड़ी छापेमारी के बाद डीआईजी ने दिए सख्त कार्यवाही के निर्देश
हापुड़। जिले में नकली उर्वरकों और बीजों के कारोबार के खुलासे के बाद अब जांच की कमान एसआईटी (विशेष जांच टीम) को सौंपी गई है। मेरठ रेंज के डीआईजी कलानिधि नैथानी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एसआईटी गठित करने के आदेश जारी किए हैं। टीम का नेतृत्व एएसपी स्तर के अधिकारी करेंगे और इसकी निगरानी एसपी ज्ञानंजय सिंह द्वारा की जाएगी।
दो दिन, दो बड़ी कार्यवाही
- 24 जून को देहात थाना क्षेत्र के गांव दोयमी में पुलिस, कृषि विभाग और जिला प्रशासन की संयुक्त टीम ने छापा मारकर प्रधानमंत्री जन उर्वरक योजना के तहत मिलने वाले यूरिया, डीएपी और विभिन्न नामी कंपनियों के बीज व कीटनाशकों के करीब 10 हजार खाली बैग बरामद किए थे।
- 26 जून की रात नगर कोतवाली क्षेत्र के भीमनगर मोहल्ले में छापेमारी के दौरान तीन नामचीन कंपनियों के हजारों बैग व पैकेट मिले, जो नकली उर्वरक और बीज की सप्लाई के लिए इस्तेमाल किए जा रहे थे।
मुख्य आरोपी अभी भी फरार
इन दोनों मामलों में हनी सिंह और पियूष के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, जबकि अली नामक व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा चुकी है। पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि नकली उर्वरकों की आपूर्ति प्रदेश के कई जिलों में की जाती थी। फिलहाल हनी सिंह और पियूष पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।
एसआईटी करेगी पूरे नेटवर्क की जांच
डीआईजी द्वारा गठित एसआईटी यह पता लगाएगी कि नकली उर्वरकों और बीजों के ये बैग कहां से लाए जा रहे थे, इनमें किस तरह की सामग्री भरी जा रही थी और इन्हें किस-किस स्थान पर सप्लाई किया जा रहा था। डीआईजी ने यह भी कहा है कि एसआईटी जल्द से जल्द आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट तैयार कर कार्यवाही सुनिश्चित करे।
कृषि क्षेत्र की सेहत पर हमला
जिले में इस तरह नकली उर्वरकों और बीजों की कालाबाजारी सामने आना न सिर्फ किसानों के हितों के खिलाफ है, बल्कि यह कृषि उत्पादन और खाद्य सुरक्षा को भी गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है। डीआईजी ने मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए सख्त कार्यवाही और प्रभावी नियंत्रण की बात कही है।