हापुड़ के सिंभावली शुगर मिल घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय अदालत में डिस्चार्ज अर्जी पर बहस हुई। सिंभावली चीनी मिल में हुए 97.85 करोड़ रुपये के ऋण घोटाले में अदालत ने फैसला सुरक्षित रखते हुए अगली सुनवाई के लिए 15 अप्रैल की तारीख लगाई है।
सीबीआई ने शुगर मिल के निदेशकों और अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। एफआईआर में नामजद लोगों में कंपनी के डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के दामाद गुरपाल सिंह भी शामिल हैं।
दिसंबर 2023 में इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने सीबीआई को ऋण वितरण में शामिल सात बैंकों की नए सिरे से जांच करने का आदेश दिया था। इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेश के बाद, सीबीआई ने फरवरी 2024 में एक नई जांच शुरू की, ताकि यह पता लगाया जा सके कि बैंकों ने 2009 से 2017 के बीच सिंभावली शुगर मिल्स को ऋण क्यों देना जारी रखा, जबकि इसका ऋण डिफॉल्ट का इतिहास रहा है।
जांच में कंपनी, उसके निदेशकों और अज्ञात बैंक अधिकारियों को निशाना बनाया गया। सीबीआई केस की जांच कर रही थी, इसी दौरान सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी। बाद में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सीबीआई केस के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग की समानांतर जांच शुरू की।