जनपद हापुड़ में शारदीय नवरात्र की शुरूआत 15 अक्तूबर से हो रही है, जबकि समापन 23 अक्तूबर को होगा। रविवार को कलश स्थापना के साथ नौ दिनों तक व्रत और पूजा अर्चना कर श्रद्धालु माता को प्रसन्न करेंगे। इस बार तीन मुहूर्त में कलश स्थापित कर सकते हैं। मंदिरों में भी तैयारियां शुरू हुई है।
ब्राह्मण कर्मकांड महासभा के अध्यक्ष ज्योतिषाचार्य पंडित केसी पांडेय ने बताया कि रविवार को भद्रा न होने के कारण पूरा दिन देवी मां की पूजा अर्चना के लिए शुभ है। फिर भी स्थिर लग्न चौघड़िया का विचार कर शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना करना शुभ रहेगा। लाभ की चौघड़िया में सुबह 9.14 बजे से 10.40 बजे तक, अमृत की चौघड़िया में 10.40 से 12.07 तक व वृश्चिक लग्न में सुबह 8.57 से 11. 15 बजे तक कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त रहेगा।
इन नौ दिनों में मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। दिन के हिसाब से माता के वाहन बदलते रहते हैं। इस वर्ष नवरात्र की शुरूआत रविवार से हो रही है तो मां दुर्गा का आगमन हाथी पर हो रहा है, जो बेहद शुभ है। इस साल देवी दूर्गा मां का वाहन हाथी है। शास्त्रों के अनुसार, नवरात्रि में जब देवी हाथी पर सवार होकर जाती है तब ज्यादा बारिश के योग बनते है।
नौ दिनों तक श्रद्धालु माता का व्रत और पूजा अर्चना कर प्रसन्न करेंगे। माता के नवरात्रो में घर घर रौनक रहेगी। वहीं, मंदिरों में भी नवरात्र की तैयारियां शुरू हो गई हैं, रंग-बिरंगी लाइटों से सजाने के अलावा सफाई भी की जा रही है।