हापुड़ में शहरवासियों के लिए चौकाने वाली बात है कि वह नगर पालिका को जो सीवर कर दे रहे हैं। उस सीवर पाइपलाइन को निष्क्रय हुए पांच साल बीत गए हैं। पांच साल बाद भी 20 से अधिक पुराने मोहल्ले में जगह-जगह बंद पड़ी सीवर लाइन को लेकर कोई स्थायी समाधान नहीं निकाला गया। सीवर लाइन चोक होने की समस्या से लोग परेशान हैं। हर दिन हजारों लोगों को परेशान होना पड़ता है। लाइन चोक होने के कारण सीवर का पानी उफनने लगता है। इससे बदबू फैलती है ।
शहर में अतरपुरा, प्रेमपुरा, फ्री गंज रोड, रघुवीर गंज, आर्य नगर, जवाहर गंज, पटेल नगर, रेवती कुंज, शिवपुरी व श्रीनगर का आधा हिस्सा, कलक्टर गंज, गोल मार्केट, सर्राफा बाजार, बराही मोहल्ला, माता मोहल्ला, नारायण गंज, खुर्जा पेच, गांधी गंज, सत्तीवाड़ा, चंडी रोड, राजीव विहार, सैनी नगर, मजीदपुरा, रफीकनगर, कोठी गेट, गोपीपुरा से लेकर पुराना बाजार तक सीवर लाइन जगह-जगह से बंद पड़ी है। जिससे लोगों की परेशानी बढ़ गई है।
नगर पालिका के जल कल विभाग के अनुसार, विभाग के मैनुअल में है कि सीवर पाइपलाइन 30 वर्ष के लिए ही डिजाइन की जाती है। शहर के पुराने इलाके में वर्ष 1975 में सीवर लाइन डाली गई थी। जिसके बाद डिजाइन आयु पूर्ण हो चुकी है। इसकी वजह से जल निगम के अधिकारी सीवर लाइन का स्थायी समाधान होना मुश्किल बता रहे हैं। पालिका के नियमानुसार, 100 मीटर की परिधि में सीवर व पेयजल लाइन है तो टैक्स देना पड़ेगा।
ईओ व डिप्टी कलक्टर मनोज कुमार- ने बताया की नगर पालिका सीवर लाइन नहीं बदल सकती है। इसका कार्य अमृत योजना के तहत जल निगम को करना है। अभी जल निगम की ओर से कोई प्रस्ताव नहीं मिला है। टैक्स हम नियमानुसार ही वसूल रहे हैं।
जल निगम नगरीय सहायक अभियंता विशाल रुहेला- ने बताया की मैं नया जिले में आया हूं। सीवर लाइन की निष्क्रियता को. लेकर मुझे जानकारी नहीं हैं। अमृत योजना के तहत अभी तक पेयजल व्यवस्था पर काम कर रहे हैं। उच्च अधिकारियों के आदेश मिलने पर सीवर लाइन बदलने का कार्य भी करेंगे।