हापुड़। क्षेत्र के इम्टोरी गांव में रैट फीवर के सात मरीज मिले हैं। इसमें, एक आठ साल की बच्ची भी शामिल है। मेरठ मेडिकल से गांव निवासी महिला की रिपोर्ट मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग की जांच में इसकी पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने संपर्क में आए लोगों को भी डॉक्सीसाइक्लिन दवा खिलाई।
जानकारी के अनुसार इम्टोरी निवासी महिला की प्री मेच्योर डिलिवरी हुई थी। उस समय महिला को बुखार भी था। जिसकी जांच में लेप्टास्पायरोसिस संक्रमण मिला। मेरठ मेडिकल से हापुड़ सीएमओ को मिली रिपोर्ट में एक महिला को रैट फीवर होने की पुष्टि हुई थी।
जिसके बाद गांव स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बुखार से पीड़ित 17 लोगों की जांच कराई गई। जिसमें छह और मरीजों में रैट फीवर की पुष्टि हुई। इसमें, एक आठ साल बच्ची भी शामिल है। एक अन्य व्यक्ति में कुछ लक्षण मिले हैं, लेकिन पूरी तरह से पुष्टि नहीं हो सकी है।
मामले की गंभीरता पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव जाकर बुखार से पीड़ित मरीजों को डॉक्सीसाइक्लिन दवा खिलाई। हालांकि अब इनकी हालत में सुधार हैं, सभी अपने घरों पर ही उपचार ले रहे हैं। अब शुक्रवार को टीम गांव में जाकर मरीजों के परिजनों के भी नमूने लेगी। सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी ने बताया कि चूहे के पेशाब से यह संक्रमण फैलता है। मनुष्य से मनुष्य में यह नहीं फैलता, इसलिए मरीज को आइसोलेट करने की जरूरत नहीं है।
सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी- ने बताया की इम्टौरी गांव में में रैट फीवर के छह मरीज मिले हैं, इनकी हालत में काफी सुधार है, सभी अपने घरों में ही उपचार ले रहे हैं। जिन्हें डॉक्सीसाइक्लिन दवा खिला दी गई है, शुक्रवार को भी जांच कराई जाएगी।