जनपद हापुड़ में जिले की दुकानों पर बिकने वाले खाद्य पदार्थों में मिलावट का खेल खत्म नहीं हो रहा है। नामचीन दुकानों से लिए गए खाद्य पदार्थों के नमूने भी फेल आ रहे हैं। खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा दो माह में लिए 82 नमूनों में से 35 सैंपल घटिया पाए गए हैं।
मिलावट खोरों पर लगाम लगाने के लिए खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की टीम ने जिलेभर में अप्रैल और मई माह में नमूने लिए थे। लैब की जांच रिपोर्ट में करीब कुल 82 40 फीसदी नमूने मानकों पर खरे नहीं उतरे हैं। पिछले दो माह में लिए गए कुल 82 नमूनों में 35 नमूने किसी न किसी स्तर पर फेल हो गए हैं। इनमें सबसे अधिक 20 नमूने अधोमानक मिले। जबकि छह नमूने असुरक्षित पाए गए। इसके अलावा तीन मामलों में एडीएम कोर्ट ने 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है।
बर्फी और गुझिया का मावा खराब निकला रहा है वहीं पिज्जा हट की सॉस का नमूना भी फेल हुआ है। इन खाद्य वस्तुओं में खतरनाक रंगों का इस्तेमाल किया गया था। जबकि आठ नमूने मित्यछाप पाए गए। बड़ी बात है कि हापुड़ के पिज्जा हट से लिए गए सॉस का नमूना मिथ्या ब्रांड और अधोमानक मिला है। गालंद स्थित हैंड ऑन ट्रेड प्राइवेट लिमिटेड वेयरहाउस से लिए गए गुलाब फलहारी मिक्सचर, मूंगफली पट्टी, सॉस और नमकीन के लिए चार नमूने मिथ्याछाप आए हैं।
एडीएम संदीप कुमार ने इनमें कुचेसर चौपला निवासी दीपक कुमार का दही का नमूना फेल होने पर 10 हजार, गढ़मुक्तेश्वर निवासी आयूष गोयल के कूट्टू के आटे का नमूना फेल होने पर 30 हजार रुपये व बाबूगढ़ निवासी हाकमीन के गेहूं के आटे का नमूना फेल होने पर दस हजार रुपये का जुर्माना लगाया है।