हापुड़ में पिछले कुछ दिनों से सहालग सीजन में शादियों की धूम है। शादियों के लिए बाजारों में खूब खरीदारी हो रही है। हापुड़ की बात करें तो यहां दूल्हों की शेरवानी के साथ दुल्हनों के लहंगों की भी बेशुमार वैराइटी शामिल हैं। बाजारों में पांच हजार लेकर 70 हजार का लहंगा बिक रहा है। शिल्क और नेट के लहंगे दुल्हनों को खूब पसंद आ रहे हैं। हालांकि इससे ऊपर के लहंगे खरीदने के लिए लोग दिल्ली या मेरठ की ओर रुख करते हैं।
शादी का सीजन चल रहा है। घर में महीनों पहले ही इसकी जोर-शोर से तैयारी शुरू हो चुकी है। शादी में अट्रैक्टिव और खूसबूरत दिखना हर औरत की चाह होती है। शहर में दुल्हनों का लहंगा पांच हजार से भले ही शुरू हो, लेकिन औसतन 20 से 25 हजार के लहंगे ही चलन में हैं। इस रेंज में हर वैराइटी के लहंगे यहां उपलब्ध हैं।
फिलहाल दुकानों पर शिल्क और नेट के अलावा शोवर लहंगे, बरबरी लहंगे, शिफॉन लहंगे बाजार में उपलब्ध हैं। वहीं साड़ियां भी शहर में पांच से दस हजार तक मिल रही हैं। दुल्हन के श्रृंगार का सामान आकर्षक डिजाइन में मार्केट में उपलब्ध है, जो सोने-चांदी के जेवरातों की चमक भी फीकी कर रहे हैं। ये सामान भी पांच हजार से लेकर पचास हजार तक मार्केट में उपलब्ध है।
सुरुचि साड़ी के मालिक मोहित अग्रवाल ने बताया कि सहालग में लहंगों और साड़ियों के कारोबार में उछाल आया है। लोग हापुड़ की दुकानों पर विश्वास जता रहे हैं। दिल्ली और मेरठ की दौड़ लगाने वालों ने हापुड़ की दुकानों पर विश्वास जताया है। यह भविष्य के लिए हापुड़ के बाजार के लिए अच्छे संकेत हैं।