हापुड़ में घरों से निकलने वाले कूड़े का स्थायी समाधान हो, इसके लिए जिले की 130 ग्राम पंचायतों में रिसोर्स रिकवरी सेंटर (आरसीसी) का निर्माण कराया जाएंगा। जिसके बाद में लोगों को जगह-जगह पड़े कूड़े से निजात मिल सकेगी और सफाई कर्मचारियों द्वारा रोजाना घरों से कूड़ा एकत्र कर आरआरसी पर उसका निस्तारण होगा।
जिले या गांव की सुंदरता उसकी स्वच्छता पर निर्भर करती है। गांवों में घरों के बाहर, सड़कों के किनारे, नालियों में कूड़ा कचरा भरा रहता है। जिसकी वजह से कई बार नालियों चोक हो जाती है और गंदा पानी सड़कों पर बहने लगता है। ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार बढ़ती जनसंख्या, शहरीकरण और औद्योगीकरण के कारण, ग्राम पंचायतों में ठोस अपशिष्ट उत्पादन दिन-ब-दिन भारी बढ़ रहा है। शहरी क्षेत्रों की तरह ग्रामीण क्षेत्रों में भी प्लास्टिक, थर्माकोल और अन्य कृत्रिम पदार्थों का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है।
जिसके तहत ग्राम पंचायत पर ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए रिसोर्स रिकवरी सेंटर यानी आरआरसी का निर्माण करना शुरू किया है ताकि गांव के कूड़ा को एक जगह पर एकत्र किया जाए और उसका निस्तारण किया जा सके। जिले की 273 पंचायतों में से 118 आरआरसी बनाए जा चुके हैं।
जिला पंचायत राज अधिकारी श्याम बिहारी शुक्ला ने बताया कि जिले की ग्राम पंचायतों में आरआरसी बनाकर कूड़े का निस्तारण किया जाएगा। विभाग कार्य योजना तैयार कर रहा है, लोकसभा चुनाव के बाद डीपीआर शासन को भेज दी जाएगी।