हापुड़/गढ़मुक्तेश्वर। कांवड़ यात्रा के दौरान सुचारु यातायात व्यवस्था और सुरक्षा बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन ने शुक्रवार, 18 जुलाई सुबह 8 बजे से जिले में रूट डायवर्जन लागू करने का निर्णय लिया है। यह व्यवस्था 23 जुलाई तक प्रभावी रहेगी। इस दौरान हाईवे-9 पर गाजियाबाद और मुरादाबाद की ओर से आने वाले भारी वाहनों को जिले में प्रवेश नहीं मिलेगा। उन्हें वैकल्पिक मार्गों से गंतव्य की ओर भेजा जाएगा।
पुलिस के अनुसार सावन माह में चार सोमवार पड़ने के चलते रूट डायवर्जन को चार चरणों में लागू किया जाएगा। पहला चरण 11 से 14 जुलाई तक सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। अब दूसरे चरण की शुरुआत शुक्रवार से होगी। प्रशासन का दावा है कि इस व्यवस्था से स्थानीय नागरिकों को कम से कम असुविधा हो, इसके लिए पुलिस ने पूरी तैयारी की है।
गढ़ क्षेत्र में विशेष चौकसी
ब्रजघाट, जिसे “मिनी हरिद्वार” भी कहा जाता है, में हर साल लाखों की संख्या में कांवड़िये जल भरने पहुंचते हैं। इस बार भीड़ को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल, ड्रोन कैमरे और अन्य निगरानी उपकरणों की सहायता से क्षेत्र पर कड़ी नजर रखी जा रही है। महिला कांवड़ियों की संख्या भी इस बार बड़ी है, जिस कारण संवेदनशील स्थानों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है।
छोटे वाहनों पर भी निर्णय संभव
जिला यातायात प्रभारी छवि राम ने बताया कि शुक्रवार सुबह से केवल भारी वाहनों के रूट डायवर्ट किए जाएंगे, लेकिन यदि कांवड़ियों की संख्या अधिक होती है तो छोटे वाहनों के लिए भी मार्ग परिवर्तन किया जा सकता है। स्थिति के अनुसार निर्णय लिया जाएगा।
अवैध कटों पर सख्ती
हाईवे पर सड़क हादसों की रोकथाम के लिए पुलिस ने सभी अवैध कट बंद कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। प्रशासन का लक्ष्य है कि कांवड़ यात्रा के दौरान कोई भी दुर्घटना न हो और सभी श्रद्धालु सुरक्षित यात्रा पूरी कर सकें।