हापुड़: सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान ने सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सड़क सुरक्षा जागरूकता माह के सफल समापन आयोजन में एआरटीओ छवि सिंह, एआरटीओ रमेश चौबे, डीआईओएस विनीता सिंह और टीआई उपदेश यादव और शिवा प्राथमिक पाठशाला की प्रधानाध्यापिका डॉ सुमन अग्रवाल ने छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र देकर और उनके द्वारा जनता को जागरूक करने पर सम्मान दिया। साथ ही छात्र-छात्राओं को सड़क सुरक्षा के महत्व के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
एआरटीओ छवि सिंह ने कहा कि इस अभियान के तहत जनसभाएं कर बिना लाइसेंस के वाहन न चलाने, हेलमेट और सीटबेल्ट का प्रयोग करने, शराब पीकर वाहन न चलाने आदि नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित किया। छात्र-छात्राओं को सड़क दुर्घटनाओं में घायलों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहने के लिए प्रेरित किया गया। छात्र छात्राओं ने इस सफल अभियान में अहम भूमिका निभाई है। 1 जनवरी से 31 जनवरी तक छात्र छात्राओं ने पूरे पूरे दिन कड़ी मेहनत करते हुए लोगों को हेलमेट और सीट बेल्ट उपयोग करने के विषय में जागरूक किया है। इस अभियान को सफल समापन करने में छात्र छात्राओं का अहम किरदार रहा है।
शिवा प्राथमिक पाठशाला की प्रधानाध्यापिका डॉ सुमन अग्रवाल ने बताया कि सड़क सुरक्षा पखवाड़ा के तहत उन्होंने स्कूल व बस्तियों में जाकर ट्रेफिक नियमों को जागरूक करने के लिए बच्चों से पोस्टर, निबंध,नाटक व अन्य प्रतियोगी आयोजित करवाकर बच्चों व लोगों को जागरूक किया और ट्रैफिक नियमों का पालन करने की अपील की।
एआरटीओ रमेश चौबे ने कहा यह अभियान सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने में एक महत्वपूर्ण कदम रहा है जो सफलता पूर्वक आज समापन हुआ है। छात्र-छात्राओं को सड़क सुरक्षा के नियमों के बारे में जागरूक करके, हम भविष्य में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को कम कर सकते हैं।
टीआई उपदेश कुमार ने कहा इस तरह के अभियानों को नियमित रूप से आयोजित किया जाता है, ताकि सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बनाई जा सके। इसके अलावा, सरकार भी सड़क सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठा रही है।
पीटीओ आशुतोष उपाध्याय ने कहा हापुड़ में आयोजित सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम एक सफल आयोजन रहा। इसने सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कि इस तरह के कार्यक्रमों से सड़क सुरक्षा की स्थिति में सुधार होगा। इस तरह के कार्यक्रमों को स्कूलों और कॉलेजों में नियमित रूप से आयोजित किया गया है।