हापुड़-भटैल मार्ग पर हाईवे-9 के लिए कट और उतार-चढ़ाव न मिलने के कारण 30 गांवों और मोहल्लों के लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कई बार शिकायत करने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। बृहस्पतिवार को ग्रामीणों ने जिला मुख्यालय पहुंचकर डीएम से शिकायत की। मामले में डीएम ने एनएचएआई के अधिकारियों को छह सितंबर को बुलाया है।
मदन सैनी ने बताया कि हापुड़-भटैल मार्ग से प्रतिदिन हजारों ग्रामीणों का आना-जाना है। करीब 30 गांवों और मोहल्लों की आबादी के लिए यह आम रास्ता है, लेकिन एनएच-9 बाइपास से इस मार्ग को नहीं जोड़ा गया है। इस मार्ग पर एक डिग्री व दो इंटर कॉलेज भी हैं। अपने बड़े वाहनों से किसानों को अपनी फसल मंडी ले जाने के लिए कोई अन्य रास्ता भी नहीं है। साथ ही दुर्घटना व आग लगने पर शहर के आम रास्ते संकरे होने के कारण समय पर एंबुलेंस व फायर ब्रिगेड भी नहीं पहुंच पाती है। दूसरे रास्तों से यह जाम में फंस जाती है।
गत वर्ष जनप्रतिनिधियों के समक्ष मुरादाबाद के पीडी ने आश्वासन दिया था कि एस्टीमेट बनवाकर जल्दी कार्य शुरू कराएंगे। इसके लिए पत्राचार शुरू करने के साथ ही एस्टीमेट भी बनाया था, लेकिन आज तक कोई कदम नहीं उठाया गया है। ग्रामीण काफी परेशान हो चुके हैं। क्षेत्र की जनता की समस्या को देखते हुए हाईवे-9 के लिए कट और उतार-चढ़ाव दिलवाया जाए।
शिकायत करने वालों में अनिल त्यागी, उमेश त्यागी, अंकित, साहिल, शिखा त्यागी, मोनिका शर्मा, बसंत कुमार, कमल, ब्रिजेश त्यागी, आरके त्यागी, सुनील कुमार, ब्रजमोहन, करन कुमार, रिजवान, रजत प्रताप सिंह आदि शामिल रहे। सुल्तानपुर, मंसूरपुर, गोंदी, सलाई, काठीखेड़ा, कांकर, लालपुर, मीरपुर, अयादनगर, भटैल, हसनपुर, टियाला, असरा, हिमांयुपुर, घुंघराला सहित हापुड़ नगर के मोहल्ला तगासराय, सिकंदर गेट, मोती कालोनी आदि क्षेत्र के हजारों लोग प्रभावित हो रहे हैं।