हापुड़ शहर के 46 हजार भवन स्वामियों के लिए राहत भरी खबर है। नगर पालिका के दस गुना टैक्स के प्रस्ताव पर मंगलवार को अधिकारियों के साथ व्यापारियों और सभासदों की बैठक हुई। पालिका के प्रस्ताव का व्यापारियों और सभासदों ने खुलकर विरोध किया। काफी देर तक चली बैठक में पांच पैसे की वृद्धि के प्रस्ताव पर सहमति बनी।
जनवरी में नगर पालिका ने गृह, जल और सीवर कर 10 गुना तक बढ़ाने का प्रस्ताव दिया था। जिस पर विरोध शुरू हो गया था। इसके बाद आपसी सहमति बनाने के लिए फरवरी और मार्च माह के प्रथम सप्ताह में दो बार बैठक भी हुई, लेकिन विरोध के चलते कोई सहमति नहीं बन सकी।
मंगलवार को पालिका सभागार में फिर से अधिशासी अधिकारी इंद्रपाल सिंह की अध्यक्षता में बैठक बुलाई गई। संयुक्त हापुड़ उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष ललित अग्रवाल व महामंत्री संजय अग्रवाल ने कहा कि वर्ष 2013 में ही स्वकर प्रणाली शहरवासियों पर गलत तरीके से लागू है। जिससे शहरवासी आजतक परेशान हैं। हजारों लोगों के टैक्स आज तक जमा नहीं हो सके हैं। इसलिए वर्तमान टैक्स प्रणाली में कोई भी बढोतरी न की जाए।
उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल के जिलाध्यक्ष बिजेंद्र पंसारी ने कहा कि टैक्स बढ़ोतरी का सभी व्यापारियों ने जोरदार विरोध किया है। टैक्स का बढ़ना शहर के लिए जी का जंजाल न बन जाए। बैठक के अंत में पांच प्रतिशत टैक्स बढ़ाने का प्रस्ताव पालिका अधिकारियों ने रखा, लेकिन व्यापारियों और सभासदों ने इसे सिरे से खारिज कर दिया। बहुत देर तक माथापच्ची के बाद प्रचलित दरों में पांच पैसे की बढ़ोतरी पर आपसी सहमति बन गई।
सभासद विकास दयाल ने कहा कि बोर्ड बैठक में अधिकारी पांच पैसे का प्रस्ताव देंगे तो इसका समर्थन करेंगे। इससे अधिक पर विरोध किया जाएगा।
इस दौरान संजय डाबर, राजीव गर्ग, सोनू बंसल, वीरेंद्र बिट्टू, इंद्र कौशिक, अरुण कुमार गर्ग, विनोद कुमार, सभासद नितिन पाराशर आदि थे।
नगर पालिका ईओ इंद्रपाल सिंह- ने बताया की वर्तमान में प्रचलित दरों पर पांच पैसे की बढोतरी की गई है। अब बोर्ड बैठक में प्रस्ताव रखकर इसे पास भी कराया जाएगा।