हापुड़। शासन ने पेंशन घोटाले पर सख्ती दिखाते हुए बड़ा कदम उठाया है। अब मृतकों के नाम पर पेंशन लेने वाले परिजनों से वसूली की जाएगी। इसके लिए कोषागार विभाग ऐसे मामलों की सूची तैयार कर राजस्व वसूली प्रमाण पत्र (आरसी) जारी करेगा। यह राशि राजस्व बकाए की तरह वसूली जाएगी।
मृतकों के खाते में जाती रही पेंशन
कोषागार विभाग से जिले में करीब 250 लोगों को विभिन्न श्रेणियों में पेंशन दी जाती है। इनमें से अधिकांश लाभार्थी सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं। कई मामलों में लाभार्थियों की मृत्यु के बाद भी परिजन विभाग को समय से सूचना नहीं देते, जिससे पेंशन की रकम खाते में जाती रहती है और निकाल भी ली जाती है।
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सरकारी धन की हो रही थी हानि
विभाग को जब देर से मृत्यु की सूचना मिलती है, तब तक खाते से धनराशि निकल चुकी होती है, जिससे सरकारी पैसे की रिकवरी कठिन हो जाती है। इसे रोकने और धन वापसी सुनिश्चित करने के लिए शासन ने आरसी जारी कर वसूली के निर्देश दिए हैं।
बैंक प्रबंधकों को भेजे गए पत्र
इस संबंध में बैंक प्रबंधकों को पत्र जारी कर मृत पेंशनधारकों के बैंक खातों की जानकारी मांगी गई है, ताकि खाते से पेंशन की राशि आगे न निकाली जा सके।
अन्य विभाग भी शामिल
समाज कल्याण विभाग, दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग और अन्य पेंशन वितरण से जुड़े विभागों में भी यही प्रक्रिया अपनाई जा रही है। संबंधित अधिकारी मृतकों की सूची तैयार कर रहे हैं।
कोषाधिकारी ने दी जानकारी
वरिष्ठ कोषाधिकारी पारुल सिंह ने बताया कि यह पहली बार है जब शासन के निर्देश पर आरसी जारी कर वसूली की जा रही है। पिछले माह सात ऐसे मामले सामने आए, जिनमें परिजनों ने मृतक की सूचना नहीं दी और खाते में पेंशन जाती रही। अब इनसे वसूली की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।