हापुड़ जिले में प्रदूषण की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। दिवाली से पहले ही प्रदूषण पिछले रिकॉर्ड तोड़ रहा है। शुक्रवार को एक्यूआई 390 दर्ज किया गया। पूरे दिन आसमान में धुंध छाई रही और लोगों का घर से निकलना दूभर हो गया।
हापुड़ की वायु गुणवत्ता लगातार खराब होती जा रही है। शुक्रवार को धुंध के साथ हापुड़ का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) बढ़कर 390 पहुंच गया है। मौसम में बदलाव का मुख्य कारण आसपास के राज्यों में जल रही पराली और मौसम में बदलाव के साथ बढ़ रही धुंध को बताया जा रहा है। शुक्रवार को दिन में वातावरण में धुंध छाई रही। लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कत हो रही है।
सूर्य देव को धुंध ने पूरी तरह से अपने आगोश में ले लिया। हवा की सेहत और बिगड़ गयी। घरों में लोगों को सांस लेने में दिक्कत हुई और घुटन सी महसूस होती रही। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए लोग सड़कों पर मास्क लगाकर बाहर निकलते नजर आए। फिलहाल स्थिति में सुधार की संभावना नहीं है। दिवाली से पहले और इसके बाद प्रदूषण बढ़े रहने की पूरी संभावना है। ऐसी स्थिति के कारण जिले के अस्पतालों में 29 लोग अस्थमा के अटैक के चिन्हित किए गए।
सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी ने बताया कि प्रदूषण के बढ़ने से तीन दिन के अंदर जिले के सरकारी अस्पतालों में 29 नए अस्थमा के मरीज चिन्हित किए गए हैं। इन मरीजों पर अस्थमा का अटैक आया है, जबकि इससे पहले 120 से अधिक पुराने मरीजों की समस्याएं भी बढ़ गई हैं। दमघोटू हवा में इन मरीजों का सांस लेना मुश्किल हो रहा है। ऐसे लोग घरों के अंदर ही रहें, मुहं पर मास्क आदि लगाकर बाहर निकलें।
हापुड़ एडीएम संदीप कुमार- ने बताया की प्रदूषण की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। इसमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसकी पूरी निगरानी की जाएगी।