हापुड़ भारत में धनतेरस के पर्व को अलग-अलग मान्यताओं के साथ मनाया जाता है, जो सभी के जीवन में पर्व की महत्ता को अधिक बढ़ता है। धनतेरस दिवाली उत्सव का पहला दिन होता है, जिसकी धूम भाई दूज तक देखने को मिलती हैं। हर साल की तरह इस साल भी धनतेरस की शुरुआत कई शुभ योग के साथ हो रही है। धनतेरस पर इस बार तीन ग्रहों का महासंयोग बन रहा है। जिसे त्रिग्रही योग कहा जाता है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार ऐसा संयोग कई दशक बाद बन रहा है।
सनातन धर्म में धनतेरस का विशेष महत्व है। कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस का पर्व मनाया जाता है। इस साल 29 अक्तूबर 2024 को धनतेरस है। ज्योतिषाचार्य पंडित संतोष तिवारी ने बताया कि समुद्र मंथन से धन्वंतरि का प्रकाट्य धनतेरस के दिन ही हुआ था, इसलिए धनतेरस में धन्वंतरि जयंती भी मनाई जाती है। धनतेरस में विशेष रूप से धन्वंतरि और कुबेर का पूजन अवश्य करना चाहिए।
पंडित संतोष तिवारी ने बताया कि सुयोग्य ब्राह्मण के द्वारा आरोग्यता प्राप्ति और दीर्घायु की मंगल कामना के लिए घर में इंसान को मंगल कलश को स्थापित कर उसके ऊपर धन्वंतरी यंत्र को पंचामृत से स्नान आदि कराकर उनका षोडशोपचार पूजन करवाए या धन्वंतरी विग्रह का विधिवत पूजन करें। इसी तरह कुबेर यंत्र को भी पंचामृत आदि से स्नान कराकर यथा संभव पूजन करें।
धनतेरस पर करें इन पांच चीजों की खरीदारी :
- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार धनतेरस के दिन सोना-चांदी से बने आभूषण खरीदना बेहद शुभ होता है। इससे घर में बरकत व खुशहाली बनी रहती हैं।
- धनतेरस के दिन लक्ष्मी चरण को घर लाना और भी लाभकारी माना जाता है। मान्यता है कि मां लक्ष्मी के चरणों को घर में लाना उन्हें घर में निमंत्रण देने के समान होता है। इससे देवी प्रसन्न होती हैं।
- पौराणिक मान्यताओं के अनुसार धनतेरस के दिन खड़ा धनिया खरीदना बेहद शुभ होता है। इसे घर लाने के बाद धन की देवी मां लक्ष्मी और कुबेर देवता के चरणों में अर्पित करना चाहिए। इससे व्यापार में धन लाभ के योग बनते हैं।
- मत्स्य पुराण के अनुसार धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदने से घर में बरकत होती हैं। हिंदू धर्म में झाडू़ को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। इसकी खरीदारी से आर्थिक लाभ की संभावना बनी रहती हैं।
- धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की मूर्ति खरीदना बेहद शुभ होता है। इससे परिवार में सुख-समृद्धि का वास बना रहता है।