जनपद हापुड़ में दो हजार के नोट बदलने के लिए बैंकों में उमड़ भीड़ रही है लंबी-लंबी लाइनें लग रही हैं। फार्म और आईडी लेकर नोट बदले जा रहे हैं। बैंकों से कहीं अधिक दो हजार के नोट अब बिजली बिल के काउंटरों पर जमा हो रहे हैं। सात दिन में दस करोड़ से ज्यादा के नोट विभिन्न बैंकों में जमा कराए गए हैं।
आरबीआई की घोषणा से पहले ही बाजार में दो हजार के नोट दिखने कम हो गए थे। अब सितंबर महीने तक ही इन नोटों के प्रचलन का दावा किया जा रहा है, जिस कारण घरों में रखे दो हजार के नोटों को बदलने की होड़ शुरू हो गई है। पहले बैंकों में बिना आईडी और फार्म भरे ही नोट जमा कराए जाने का दावा किया जा रहा था। लेकिन 23 मई से जब इन नोटों को जमा करने की बारी आई तो बैंकों ने नोटबंदी के दौरान की शर्तें ही रख दीं।
बैंकों में 2000 के नोट बदलने की प्रक्रिया लगातार जारी है। दो हज़ार के नोट बदलने के लिए बैंकों में भीड़ उमड़ रही है। दो हजार रुपये के नोट बदलने के लिए लोगों को घंटों तक इंतजार करना पड़ा। काउंटरों पर लोगों की कतार लग रही है, आलम यह है कि अब बैंकों में बिना फार्म भरे और आईडी जमा करे नोट नहीं बदले जा रहे हैं।
मंगलवार को गढ़ रोड स्थित पीएनबी की शाखा में बड़ी संख्या में लोग पैसे जमा करने पहुंचे। उधर, ऊर्जा निगम के बिल काउंटरों पर भी सबसे ज्यादा दो हजार के नोट ही आ रहे हैं। जिनके बिल 300 से 400 रुपये के हैं वह भी 2 हजार का नोट लेकर पहुंच रहे हैं। क्योंकि यहां आईडी और फार्म भरने की कोई जरूरत नहीं है, आसानी से काउंटर पर नोट के बदले अन्य राशि की मुद्रा मिल जाती है।
बैंकों की लाइन में लगने से बचने के लिए पेट्रोल पंप, किराना दुकान, सर्राफा व्यापारियों के पास भी लोग दो हजार के नोट लेकर पहुंच रहे हैं। हालांकि पेट्रोल पंपों पर इस तरह के नोट का प्रचलन लगभग बंद हो गया है, जो लोग दो हजार का तेल गिरवा रहे हैं उनसे तो यह नोट ले लिया जा रहा है, लेकिन जो 500 तक का तेल भी डलवाते हैं उनसे यह नोट नहीं लिया जाता।
मंगलवार को पीएनबी, बैंक ऑफ बडौदा, आईसीआईसीआई, एचडीएफसी, एसबीआई सहित अधिकतर बैंकों में नोट बदलने के लिए कांउटरों पर लाइन लगी रही।
एलडीएम राम विनोद का कहना है कि फिलहाल बैंकों में नोट बदलने की प्रक्रिया जारी है, इसके लिए किसी प्रकार की मारामारी नहीं है। लोग दो हजार के नोटों की बदली करा रहे हैं।