हापुड़ जिले में गेहूं की सरकारी खरीद रफ्तार नहीं पकड़ पा रही है। जिले के 31 केंद्रों पर 48 हजार एमटी गेहूं खरीद का लक्ष्य मिला है। लेकिन 15 दिन में सिर्फ 48 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद ही हुई है, गढ़, हापुड़ और सिंभावली ब्लॉक के केंद्र अभी तक सूने पड़े हैं। आने वाले पांच से सात दिनों में केंद्रों पर बंपर गेहूं पहुंचने की उम्मीद है, इसके लिए केंद्र प्रभारियों को बारदाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
जिले में इस बार 45 हजार हेक्टेयर रकबे में गेहूं की फसल उगाई गई है। पिछले साल के मुताबिक इस बार गेहूं का रकबा कुछ बढ़ा है। 31 केंद्रों पर 48 हजार एमटी गेहूं खरीद का लक्ष्य मिला है। पिछले कुछ दिनों बरसात के कारण खेतों में गेहूं की कटाई थोड़ी प्रभावित हुई है। अब मौसम साफ होते ही फिर से कटाई जोर पकड़ेगी। शासन से गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2275 रुपये घोषित हुआ है, जो पिछले साल के मुकाबले 150 रुपये अधिक है।
जिले के चारों ब्लॉकों में 31 स्थानों पर खरीद होनी है, बाजार में भी एमएसपी के बराबर ही दाम मिल रहा है। ऐसे में बाजारों में भी काफी गेहूं खरीद होगी। शासन से 48 हजार एमटी गेहूं खरीद का लक्ष्य मिला है, लेकिन अभी तक केंद्र सूने रहने से लक्ष्य प्राप्त करना चुनौती साबित होगा। 15 जून तक खरीद का लक्ष्य पूरा करना है। लेकिन अभी तक मात्र 34 किसानों ने भी फसल की बिक्री की है। जबकि जिले में अभी तक 1082 किसानों ने पंजीकरण करा रखा है। बिक्री किए गए गेहूं की कीमत करीब 11 लाख है। हालांकि मौसम में उतार चढ़ाव के बाद अब थ्रेसिंग शुरू हो गई है। आने वाले पांच से सात दिनों में केंद्रों पर बंपर गेहूं पहुंचने की उम्मीद है, इसके लिए केंद्र प्रभारियों को बारदाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी समरेंद्र प्रताप सिंह- ने बताया की शासन से गेहूं खरीद का लक्ष्य मिल गया है, अब खेतों में कटाई तेज हो गई है, थ्रेसिंग भी शुरू हो गई है। केंद्रों पर तमाम संसाधन मौजूद हैं। लक्ष्य अनुरूप खरीद की जाएगी।