हापुड़ जिले में गेहूं खरीद के लिए 32 केंद्र बनाए गए हैं, जिन पर खरीद की तैयारी भी शुरू हो गई है। लेकिन अधिकांश केंद्रों पर बारदाना नहीं पहुंचा है। मशीनों की सफाई भी नहीं हुई। दो दिन में गेहूं की खरीद नहीं हुई हैं। पिछले साल की तरह इस बार भी सभी केंद्र सूने पड़े हैं।
सरकार हर साल गेहूं के एमएसपी में बढ़ोतरी कर रही है, लेकिन बाजार मूल्य से यह दाम बेहद कम है। वर्ष 2025-26 में गेहूं खरीद के लिए जिले में 32 केंद्र बने हैं, इसमें खाद्य विभाग के चार, पीसीएफ के 23, भारतीय खाद्य निगम के चार और मंडी समिति का एक केंद्र बना है। हापुड़ नवीन मंडी में चार केंद्र बनाए गए हैं। हालांकि अभी तक किसी भी केंद्र पर गेहूं की खरीद नहीं हुई है।
बता दें कि जिले में इस बार गेहूं का रकबा 35977 हेक्टेयर है, जिसमें 1.90 लाख टन गेहूं उत्पादन की संभावना है। संभवत अप्रैल के दूसरे सप्ताह से थ्रेसिंग शुरू होगी।
जिला विपणन अधिकारी समरेंद्र प्रताप सिंह- ने बताया की जिले के समस्त केंद्रों पर गेहूं खरीद की तैयारी पूरी कर ली गई है। बारदाना आदि की समुचित व्यवस्था है। पिछले साल भी 11 अप्रैल से गेहूं केंद्रों पर आना शुरू हुआ था। इस बार केंद्रों पर खरीद अच्छी रहेगी।