जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर बाजार में लोगों को महंगी मिलने वाली सब्जियों का मूल्य किसानों को बेहद कम मिल पा रहा है। सब्जी के मार्केट में बिचौलिए हावी हैं। टमाटर खूब लाल हो गया है। सब्जी मंडी से फुटकर मंडी में आते- आते सब्जियों के दाम दो गुना हो जा रहे हैं। अचानक उछले सब्जियों के दाम के कारण महिलाओं के किचन का बजट बिगड़ गया है।
नगर की सब्जी एवं फल मंडी में सब्जियों के दामों में करीब दोगुने का अंतर है। मंडी के थोक बाजार में जहां टमाटर 10-12 रुपये किलो बिक रहा है, वहीं, प्याज 20 तो आलू महज 15 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। इस पर आढ़त खर्च और पल्लेदारी का खर्च और देना पड़ता है। बीते दिनों लोगों को सब्जी खरीदने में आमजन की जेब ढीली हो रही थी।
सब्जियां महंगी होने की चर्चा घर की रसोई से लेकर बाजार तक अक्सर हो रही थी। फुटकर बाजार और गलियों में अब भी सब्जियां महंगी बिक रहीं हैं। इसकी पड़ताल करने के लिए टीम नवीन सब्जी एवं फल मंडी पहुंची, तो सब्जियों की महंगाई की हकीकत का पता चला। सब्जियों की थोक और फुटकर कीमतों के बीच काफी अंतर नजर आया।