हापुड़। मोहर्रम पर्व को शांतिपूर्ण और पारंपरिक ढंग से मनाने को लेकर बुधवार देर शाम जिला मुख्यालय पर जिलाधिकारी अभिषेक पांडेय और पुलिस अधीक्षक कुंवर ज्ञानंजय सिंह की अध्यक्षता में अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ एक अहम बैठक आयोजित की गई।
बैठक में जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि जनपद में ताजियों की ऊंचाई 12 से 15 फीट से अधिक नहीं होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि किसी नई परंपरा की शुरुआत नहीं की जाएगी, और जुलूस परंपरागत मार्गों से ही निकाले जाएं।
सुरक्षा व्यवस्था होगी चाक-चौबंद
एसपी कुंवर ज्ञानंजय सिंह ने निर्देशित किया कि सभी सामाजिक रूप से संवेदनशील तत्वों पर कड़ी निगरानी रखी जाए और किसी भी अफवाह का तुरंत खंडन किया जाए। उन्होंने कहा कि जुलूस जिन मार्गों से गुजरेंगे, उन रास्तों का पहले से निरीक्षण कर लिया जाए और पुलिस अधिकारियों की तैनाती समय से सुनिश्चित की जाए।
जुलूस की निगरानी होगी हाईटेक
बैठक में यह भी तय किया गया कि सभी जुलूसों की वीडियोग्राफी और सीसीटीवी से निगरानी की जाएगी ताकि किसी भी असामाजिक गतिविधि पर त्वरित कार्रवाई की जा सके।
शांति समिति की बैठक अनिवार्य
जिलाधिकारी ने सभी उप जिलाधिकारियों और पुलिस क्षेत्राधिकारियों (सीओ) को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने क्षेत्र में समय रहते शांति समिति की बैठक आयोजित करें, जिससे सभी समुदायों के प्रतिनिधियों से संवाद कर संभावित समस्याओं को पहले ही सुलझाया जा सके।
निष्कर्ष
प्रशासन का उद्देश्य है कि मोहर्रम पर्व पूरी शांति, सौहार्द और परंपरा के साथ सम्पन्न हो। ताजियों की ऊंचाई, जुलूस मार्ग, और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क है।