हापुड़ में गणेश चतुर्थी के लिए बाजारों के साथ घरों में भी तैयारियां तेज हो गई हैं। श्रद्धालुओं की मांग को देखते हुए मूर्तिकार द्वारा ईको फ्रेंडली मूर्ति बनाने का काम तेजी से किया जा रहा है। सात सितंबर को गणेश महोत्सव धूमधाम से मनाते हुए घर-घर गणेश जी विराजमान होंगे।
गणेश उत्सव की तैयारी शहर के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में जोर-शोर से शुरू हो गई है। मूर्तिकार पंडालों में विराजने वाली गणेश बड़ी प्रतिमाओं को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं। बाजार में आई छोटी-बड़ी रंग-बिरंगी अगल-अलग मूर्तियां हर किसी को अपनी ओर आकर्षित कर रही हैं।
गणेश महोत्सव को लेकर श्रद्धालुओं में काफी उत्साह रहता है। शहर में भी महाराष्ट्र की तर्ज पर धीरे धीरे गणेश महोत्सव धूमधाम से मनाया जाने लगा है। गणेश महोत्सव से लेकर विसर्जन तक दस दिन पंडालों में कार्यक्रम होते हैं। उत्सव नजदीक आते ही मूर्तिकारों और दुकानदारों ने भी तैयारी तेज कर दी है। घरों और पंडालों में भी सफाई का कार्य किया जा रहा है।
कोठी गेट स्थित मूर्तिकार रवि कुमार ने बताया कि ईको फ्रेंडली मूर्तियां तैयार की गई हैं। बाजार में 101 रुपये से लेकर 21 हजार रुपये तक की प्रतिमाएं उपलब्ध है। गणेश प्रतिमा के साथ राम मंदिर की प्रतिमा भी विराजमान होगी।
महाराष्ट्र से मंगवाई छह फुट ऊंची प्रतिमा वहीं श्री गणेश सिल्वर एंड गोल्ड मेल्टर एसोसिएशन ने महाराष्ट, के सतारा से छह फुट ऊंची गणपति की प्रतिमा मंगाई है। एसोसिएशन के अध्यक्ष राजू सावंत व सचिव गणेश मराठा ने बताया कि सराफा बाजार में पिछले 28 वर्षो से गणेश उत्सव मनाया जा रहा है, जहां गणपति विराजमान होते हैं। पिछले पांच वर्षो से महाराष्ट्र से प्रतिमा मंगाई जा रही है। गणेश चतुर्थी के अवसर पर प्रतिमा स्थापना के लिए पंडाल तैयार किया जाना लगा है। गणेश चतुर्थी से दस दिन तक उत्सव मनाया जाएगा, इसके बाद 17 सितंबर को गणपति का विसर्जन किया जाएगा।