हापुड़ जिले में प्रदूषण स्तर में तेजी से बढ़ोतरी आने वाले दिनों के लिए घातक है। मौसम जानकारों की माने तो आने वाले दिनों में कोहरा बढ़ने से स्मॉग की बढ़ोतरी होगी। दशहरा के बाद एक्यूआई 300 के आसपास पहुंचने की आशंका है। ऐसे में लोगों को विशेष एहतियात बरतने की जरूरत है।
देश भर में लोग रावण, उसके बेटे मेघनाद और भाई कुंभकर्ण के पुतलों को जलाकर दशहरा मनाते हैं, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। लेकिन सिक्के का दूसरा पहलू वाकई डरावना है। क्या आपने देखा है कि पुतले जलने के बाद कितने प्रदूषण पैदा करते हैं? त्यौहार के दिनों में प्रदूषण का स्तर नियमित दिनों की तुलना में बहुत अधिक बढ़ जाता है, जिसके परिणामस्वरूप ग्लोबल वार्मिंग होती है।
मौसम जानकार डॉ. अशोक कुमार का कहना है कि आने वाले दिनों में तापमान की गिरावट के साथ कोहरा दस्तक देगा। ऐसे में वातावरण में धूल के कण काफी मात्रा में बढ़ जाएंगे। पीएम 10 और पीएम 2.5 के स्तर में बढोतरी होगी। सोमवार को जिले का एक्यूआई का स्तर बढ़कर 190 दर्ज किया गया। ऐसी स्थिति में सांस के मरीजों की मुसीबत बढ़ने लगी है।
हालांकि जिले में पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध है। लेकिन, शौकीन लोग आसपास के जिलों से भारी मात्रा में पटाखे ले आते हैं, और हर बार आतिशबाजी होती है। अब तेज हवा या बारिश न होने की स्थिति में प्रदूषण का स्तर कम होने वाला नहीं है।