हापुड़ शहर में मौसम में लगातार तेजी से बदलाव हो रहा है। सुबह और शाम सर्द हो गई हैं। वहीं, दूसरी ओर वायु प्रदूषण भी मानक से अधिक है। इसके सीधा असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। गले का संक्रमण, जुकाम और बुखार के बढ़ मरीज रहे हैं।
जनपद में दिन और रात का तापमान लगातार गिरता जा रहा है, सुबह और रात में ठंड भी बढ़ने लगी है। जिसके कारण सोमवार को अधिकतम तापमान 25 और न्यूनतम तापमान 12 से 14 डिग्री सेल्सियस तक का अंतर दर्ज किया जा रहा है। वहीं, शाम को छह बजे की वायु की गुणवत्ता सूचकांक 259 रहा।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ. दिनेश खत्री ने बताया कि प्रतिदिन ओपीडी में करीब 500 मरीजों के नए पर्चे बनाए जा रहे हैं। इनमें बुखार, जुकाम, गले में दर्द और खराश के मरीज करीब 170 तक होते हैं। बच्चे भी इस समस्या से पीड़ित हैं। 30 से 50 अभिभावक अपने बच्चों का बच्चे प्रतिदिन इन्हीं बीमारियों का उपचार करवाने के लिए आ रहे हैं। बदलते मौसम और प्रदूषण से बच्चे और बुजुर्गों को बचाना बहुत जरूरी है।
चिकित्सकों के अनुसार ठंड शुरू होती है तो फेफड़े, श्वांस नली और गला खराब होने की आशंका बढ़ जाती है। क्योंकि खांसी, जुकाम, खराश, दमा और निमोनिया बढ़ता है। सर्दी के कारण खून की नलियां सिकुड़ती हैं, तो रक्तचाप बढ़ता है। इससे हृदयघात का खतरा बढ़ जाता है। मरीजों की संख्या में हो रही बढ़ोतरी का बड़ा कारण प्रदूषण भी है। श्वांस के मरीज, बुजुर्ग और बच्चों को सुबह के समय घूमने से परहेज करना चाहिए।