एसपी को पुलिसकर्मी पहचान ही नहीं पाए और उनके सामने ही रिश्वत की डील हुई। इसके बाद उनके सामने ही दोनों पुलिसकर्मियों ने नौ हजार रुपये भी थाम लिए। जसके बाद तैनात दो रिश्वतखोर पुलिसकर्मियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
पिलखुवा सड़क हादसे में क्षतिग्रस्त हुए ट्रक से कच्चे नारियल दूसरे ट्रक में पलटी कराने के नाम पर मारवाड़ पुलिस चौकी पर तैनात दो पुलिसकर्मियों ने ट्रक मालिक से एक लाख रुपये की रिश्वत मांगी। शिकायत पर एसपी अभिषेक वर्मा सादा कपड़ों में चौकी पहुंच गए। पुलिसकर्मियों ने एसपी के सामने ही रिश्वत के नौ हजार रुपये ले लिए। जिसके बाद एसपी ने पिलखुवा कोतवाल को मौके पर बुलाकर दोनों को गिरफ्तार कराया। दोनों को एंटी करप्शन कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
हरियाणा के दुवलधन थाना बेरी जिला झज्जर निवासी मनींदर ने बताया कि उसके पिता कप्तान सिंह का ट्रांसपोर्ट का कारोबार है। बुधवार को चालक सन्नू खान निवासी जाहर खेडा जिला अलवर राजस्थान मददुर कर्नाटक के साथ कच्चा नारियल भरकर मुरादाबाद के लिए जा रहे थे। पिलखुवा फ्लाईओवर के ऊपर ट्रक में पंचर हो गया। जिसके बाद पीछे से आई एक रोडवेज बस की ट्रक से टक्कर हो गई। पिलखुवा की मारवाड़ चौकी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने ट्रक को चौकी पर लाकर खड़ा कर लिया।
आरोप है कि मारवाड़ चौकी पर तैनात सिपाही गौरव और यशवीर ने क्षतिग्रस्त ट्रक से नारियल दूसरे ट्रक में पलटी कराने के नाम पर एक लाख रुपये की मांग की। ट्रक मालिक ने बताया कि ट्रक में लाखों रुपये का माल था, जो चार-पांच दिन देर होने पर खराब हो जाता। इसी का हवाला देते हुए पुलिसकर्मियों ने उससे रिश्वत मांगनी शुरू कर दी। बाद में 25 हजार रुपये देने तय हुए।
बड़ी बात यह रही कि एसपी को पुलिसकर्मी पहचान ही नहीं पाए और उनके सामने ही रिश्वत की डील हुई। इसके बाद उनके सामने ही दोनों पुलिसकर्मियों ने नौ हजार रुपये भी थाम लिए। घटना से गुस्साए एसपी ने तुरंत पिलखुवा कोतवाल नीरज कुमार को मौके पर बुलाया और दोनों पुलिसकर्मियों को हिरासत में लेने के निर्देश दिए। दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर सुबह जेल भेज दिया गया।