हापुड़ में दिवाली पर हुई आतिशबाजी के बाद शुक्रवार को शहर की हवा की सेहत बेहद खराब रही। दिवाली से पहले पुलिस-प्रशासन की बंदिशों के बाद भी पटाखों की जमकर बिक्री हुई। बृहस्पतिवार को दिवाली पूजन के बाद जमकर आतिशबाजी हुई।
शुक्रवार की सुबह करीब आठ बजे तक धुंध छाई रही, जिससे सुबह टहलने वाले लोगों को परेशानी हुई। 31 अक्तूबर को 236 और एक नवंबर को अधिकतम एक्यूआई (वायु गुणवत्ता सूचकांक) 256 दर्ज हुआ है।
शहर में दिवाली के मौके पर सड़कों पर खूब पटाखे जलाए गए। बृहस्पतिवार को दिवाली के पूजन के बाद लोगों ने घरों के बाहर और छतों पर जमकर आतिशबाजी की। तेज आवाज वाले पटाखे और स्काई शॉट लोगों ने जमकर छोड़े। जिससे पूरे शहर में भारी प्रदूषण फैल गया।
इस कारण ब्रांडेड से ज्यादा लोकल पटाखों की अधिक बिक्री हुई। इन पटाखों से धुआं अधिक निकल रहा था, जिसके कारण प्रदूषण अधिक हो रहा था। यही कारण रहा कि लोगों को आतिशबाजी के बाद शुक्रवार की तड़के साँस लेने में परेशानी हुई। जिससे लोगों के लिए मुश्किलें बढ़गी।
एडीएम संदीप कुमार- बताया की जिले के वायु प्रदूषण की लगातार निगरानी की जा रही है। पानी का छिड़काव सड़कों पर कराया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक भी इससे पीड़ित मरीजों का उपचार कर रहे हैं।