Halchal India News
  • Home
  • लोकल न्यूज़
    • हापुड़ न्यूज़
    • पिलखुवा न्यूज़
    • गढ़मुक्तेश्वर
  • हलचल न्यूज़
  • राजनीति
  • देश-दुनिया
  • खेल-कूद
  • शिक्षा
No Result
View All Result
सूचना दें
Halchal India News
  • Home
  • लोकल न्यूज़
    • हापुड़ न्यूज़
    • पिलखुवा न्यूज़
    • गढ़मुक्तेश्वर
  • हलचल न्यूज़
  • राजनीति
  • देश-दुनिया
  • खेल-कूद
  • शिक्षा
No Result
View All Result
Halchal India News
No Result
View All Result
पिलखुवा का तिरपाल उद्योग संकट में, प्लास्टिक पट्टियों ने छीनी असली कारीगरों की रोज़ी

पिलखुवा का तिरपाल उद्योग संकट में, प्लास्टिक पट्टियों ने छीनी असली कारीगरों की रोज़ी

Halchal India News by Halchal India News
June 28, 2025
in हापुड़ न्यूज़
0
Share on FacebookShare on Twitter

कभी देशभर में मशहूर था पिलखुवा का तिरपाल, अब सस्ते प्लास्टिक से बाजार पटा पड़ा

You might also like

भवन का निर्माण कर भूमि पर किया अवैध कब्जा, नोटिस जारी

ब्रजघाट में पार्किंग वसूली करने वाले ठेकेदारों को नोटिस

August 14, 2025
हापुड़ में नगर पालिका का अभियान, 15 आवारा कुत्ते पकड़े गए

हापुड़ में नगर पालिका का अभियान, 15 आवारा कुत्ते पकड़े गए

August 14, 2025

पिलखुवा। उत्तर भारत में तिरपाल उद्योग की पहचान बन चुके पिलखुवा का पारंपरिक उद्योग गंभीर संकट में है। असली तिरपाल की जगह अब बाजार में सस्ते प्लास्टिक की पट्टियाँ बिक रही हैं, जिन्हें ‘तिरपाल’ कहकर बेचा जा रहा है। इससे सैकड़ों कारीगर बेरोजगार हो चुके हैं और उद्योग की जड़ें हिल चुकी हैं।

प्लास्टिक की चादर ने छीनी पहचान

पिलखुवा में तैयार असली तिरपाल कभी दिल्ली से लेकर पटना, जयपुर, लुधियाना और देहरादून तक भेजा जाता था। लेकिन अब सस्ती और रंगीन प्लास्टिक सीटें, ब्रांड की नकली मोहर लगाकर, बाजार में असली तिरपाल के रूप में बेची जा रही हैं।

कारीगर खाली, लूम बंद

स्थानीय कारीगरों का कहना है कि अब काम हफ्ते में केवल दो दिन ही मिलता है। कई लूम पूरी तरह बंद हो गए हैं। कुछ अनुभवी तिरपाल बुनकर मजदूरी या ठेला चलाने को मजबूर हैं।

“अब कारीगरी नहीं, गिनती रह गई है। असली माल कोई नहीं पूछता और नकली हर दुकान पर है,” — एक वरिष्ठ व्यापारी

बाजार में नहीं है ईमानदारी की पूछ

व्यापारियों का कहना है कि आजकल तिरपाल क्वालिटी से नहीं, पैकिंग और ब्रांडिंग से बिकता है। बाहर से आया सस्ता माल स्थानीय नाम से बेचा जा रहा है, और न ग्राहक सवाल कर रहा है, न सरकार देख रही।

उद्योग के सामने खड़े हैं कई संकट

  • नकली प्लास्टिक तिरपाल की भरमार
  • कारीगरों को मेहनताना नहीं मिलना
  • लूम मशीनें बंद होना
  • सरकारी संरक्षण और नीतियों का अभाव

यदि नीति नहीं बनी तो उद्योग इतिहास बन जाएगा

स्थानीय व्यापारियों ने चेताया है कि यदि सरकार ने त्वरित हस्तक्षेप नहीं किया, तो पिलखुवा का यह पारंपरिक उद्योग इतिहास के पन्नों में सिमट जाएगा। आने वाली पीढ़ियाँ तिरपाल के बारे में केवल किताबों में पढ़ेंगी, कि यह कभी किस हद तक उपयोगी और टिकाऊ हुआ करता था।

विशेष रिपोर्ट:
👉 यह तिरपाल प्रमुख रूप से जाता था: दिल्ली, फरीदाबाद, पानीपत, करनाल, जयपुर, कोटा, लुधियाना, जालंधर, हरिद्वार, देहरादून, ग्वालियर, भोपाल, पटना, गया, रांची, जमशेदपुर आदि शहरों में।

Tags: hapur newsPilkhuwa's tarpaulin industry in crisisPlastic strips snatched the livelihood of real artisans
Halchal India News

Halchal India News

Related Stories

भवन का निर्माण कर भूमि पर किया अवैध कब्जा, नोटिस जारी

ब्रजघाट में पार्किंग वसूली करने वाले ठेकेदारों को नोटिस

by admin
August 14, 2025
0

एक ठेकेदार पर ₹28 लाख बकाया, पालिका ने चेताया — जल्द जमा करें या होगी आरसी जारी गढ़मुक्तेश्वर, 13 अगस्त...

हापुड़ में नगर पालिका का अभियान, 15 आवारा कुत्ते पकड़े गए

हापुड़ में नगर पालिका का अभियान, 15 आवारा कुत्ते पकड़े गए

by admin
August 14, 2025
0

गांधी विहार, संजय विहार और सर्वोदय कॉलोनी में चला विशेष अभियान हापुड़, 13 अगस्त — शहर में आवारा कुत्तों की...

जिले में पालिका चुनाव से पहले बढ़े 2368 वोटर

हापुड़ में चार करोड़ रुपये से बनेंगी इंटरलॉकिंग सड़कें

by admin
August 14, 2025
0

प्रदूषण नियंत्रण के लिए मुख्य मार्गों के किनारे होंगी पक्की सड़कें हापुड़, नगर के मुख्य मार्गों पर उड़ने वाली धूल...

हाईकोर्ट ने निजी मेडिकल कॉलेजों की एमबीबीएस फीस वृद्धि पर लगाई रोक

हाईकोर्ट ने निजी मेडिकल कॉलेजों की एमबीबीएस फीस वृद्धि पर लगाई रोक

by admin
August 14, 2025
0

जीएस मेडिकल कॉलेज, हापुड़ सहित 240 छात्रों की याचिका पर सुनवाई प्रयागराज, इलाहाबाद हाईकोर्ट ने निजी मेडिकल कॉलेजों द्वारा एमबीबीएस...

Next Post
जन आरोग्य मेले में पहुंचे 2200 मरीज, त्वचा रोग और खांसी के मरीजों की संख्या ज्यादा

जन आरोग्य मेले में पहुंचे 2200 मरीज, त्वचा रोग और खांसी के मरीजों की संख्या ज्यादा

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Halchal India

हलचल इंडिया न्यूज़
एक ऐसा न्यूज़ पोर्टल जहां मचती है सिर्फ सच की हलचल, हर समय, हर रोज

  • लोकल न्यूज़
  • हलचल न्यूज़
  • हलचल
  • Contact Us

© 2022 Halchal India News -Halchal India News by Sushil Sharma.

No Result
View All Result
  • लोकल न्यूज़
  • राजनीति
  • खेल-कूद
  • हलचल न्यूज़
  • शिक्षा
  • देश-दुनिया
  • हलचल
  • Contact Us

© 2022 Halchal India News -Halchal India News by Sushil Sharma.