पिलखुवा। मंगलवार देर रात और बुधवार सुबह हुई झमाझम बारिश ने नगर पालिका की तैयारियों की पोल खोल दी। शहर के गांधी बाजार, रेलवे रोड, परतापुर चुंगी, न्यू आर्य नगर, साकेत, अशोक नगर, रमपुरा, अर्जुन नगर सहित अनेक इलाकों में भारी जलभराव हो गया, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।
तीन घंटे तक मूसलधार बारिश
मंगलवार रात करीब तीन घंटे तक हुई मूसलधार बारिश और फिर बुधवार सुबह की तेज बारिश ने शहर की जल निकासी व्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित कर दिया। नालियों की समय से सफाई न होने और उचित ड्रेनेज व्यवस्था न होने के कारण सड़कें तालाब में तब्दील हो गईं।
स्कूल और काम पर जाने वालों को भारी परेशानी
बारिश के बाद जलभराव की वजह से स्कूल जाने वाले बच्चों, ऑफिस जाने वाले कर्मचारियों और दुपहिया वाहन चालकों को खासा जूझना पड़ा। कीचड़ और घुटनों तक पानी के बीच राहगीरों को निकलना मुश्किल हो गया।
नगर पालिका पर उठे सवाल
स्थानीय निवासियों ने आरोप लगाया कि हर बारिश में यही हालात बनते हैं, लेकिन नगर पालिका स्थायी समाधान नहीं करती। नालियों की नियमित सफाई और जल निकासी की सुचारू व्यवस्था की वर्षों से मांग की जा रही है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
जनता की मांग
मोहल्लेवासियों ने नगर पालिका से मांग की है कि—
- नालियों की नियमित सफाई की जाए।
- जल निकासी के लिए स्थाई व्यवस्था की जाए।
- बारिश से पूर्व सर्वे कर संवेदनशील इलाकों की पहचान कर तैयारी की जाए।
निष्कर्ष:
बारिश ने एक बार फिर साफ कर दिया कि नगर निकायों को केवल बारिश के बाद नहीं, उससे पहले ही तैयारी करनी चाहिए। अगर समय रहते व्यवस्था नहीं सुधारी गई तो हर बारिश शहरवासियों के लिए एक आपदा जैसी बन जाएगी।