हापुड़। शहर में पालतू कुत्तों के काटने के मामले प्रकाश में आने के बाद भी नगर पालिका की स्थिति सुधर नहीं सकी है। नगर पालिका के पास पालतू कुत्तों का कोई आंकड़ा नहीं है। जबकि, करीब डेढ़ साल पहले पालिका की बोर्ड बैठक में पालतू कुत्तों को लेकर बायलॉज पास हुआ था, लेकिन आज तक इसका नोटिफिकेशन नहीं हो सका है।
शहर में पालतू कुत्तों के काटने के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इसके बाद भी नगर पालिका के अधिकारी लापरवाही बरत रहे हैं। कागजों में दबे नियमों को अधिकारी बाहर नहीं निकाल रहे हैं। यही कारण है कि अभी तक नगर पालिका में पालतू कुत्तों का एक भी पंजीकरण नहीं हुआ है। जबकि, पंजीकरण के बाद ही शहर के पालतू कुत्तों के बारे में जानकारी रखी जा सकेगी, इसमें इनका समय से वैक्सीनेशन कराया जाएगा।
लेकिन पालिका के अधिकारी इस तरफ ध्यान ही नहीं दे रहे हैं। नगर पालिका की कार्यवाही शून्य है। गढ़ रोड स्थित सीएचसी में पिछले एक अप्रैल से हर दिन 100 से 120 लोग तक वैक्सीन लगवाने पहुंच रहे हैं, इसमें पांच से 10 मामले घरेलू कुत्ते के शिकार हुए पीड़ितों के सामने आते हैं।
पंजीकरण कराकर लाइसेंस बनवाने का है नियमः
पूर्व में पालिका की बोर्ड बैठक में प्रस्ताव पास हो चुका है। इसके लिए पंजीकरण कराकर कुत्तों का लाइसेंस बनवाने का नियम है। पंजीकरण के बाद ही नगर पालिका कुत्ते के स्वामी के ऊपर कार्यवाही कर सकती है, लेकिन इसके बिना कोई कार्यवाही नहीं हो सकती।
अधिशासी अधिकारी इंद्रपाल सिंह- ने बताया की मुझे इसकी जानकारी नहीं है। यदि पालतू कुत्तों के पंजीकरण को लेकर कोई प्रस्ताव पूर्व में पास हो चुका है तो उसका नोटिफिकेशन कराकर लागू कराया जाएगा।