हापुड़- बुधवार रात आए तेज आंधी-तूफान ने वैशाली कॉलोनी की विद्युत व्यवस्था को ठप कर दिया। इससे क्षेत्र के लगभग दस हजार निवासी बुरी तरह प्रभावित हो गए। गुरुवार की देर शाम तक बिजली बहाल न होने पर मोहल्ले के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। नाराज़ नागरिकों ने पहले मीदीनगर स्थित बिजली घर के बाहर धरना दिया और इसके बाद डीएम आवास पहुंचकर प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि बुधवार सुबह से ही ऊर्जा निगम के अधिकारियों द्वारा लगातार दोपहर तक बिजली बहाल होने के आश्वासन दिए जा रहे थे, लेकिन पूरे दिन बीत जाने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। कॉलोनी वासियों ने बताया कि बार-बार संपर्क करने के बावजूद उन्हें कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला।
गर्मी, उमस और पीने के पानी की किल्लत के बीच लोगों का सब्र टूट गया। बिजली न होने से रसोई से लेकर बच्चों और बुजुर्गों तक हर कोई परेशान था। मोहल्ले की महिलाओं ने कहा कि घरेलू कामकाज ठप पड़ गए हैं और रातभर अंधेरे में बच्चों को संभालना मुश्किल हो रहा है।
अधिकारियों की अनदेखी से आक्रोशित नागरिकों ने मीदीनगर रोड स्थित बिजली घर का घेराव किया। वहां घंटों धरना देने के बाद भी जब समाधान नहीं निकला, तो प्रदर्शनकारी डीएम अभिषेक पांडेय के आवास पहुंच गए। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने प्रदर्शनकारियों को समझाया-बुझाया और स्थिति को शांत किया।
डीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए ऊर्जा निगम के अधिकारियों को तलब किया और फौरन विद्युत आपूर्ति बहाल करने के निर्देश दिए। उनके हस्तक्षेप के कुछ ही देर बाद बिजली बहाल कर दी गई। इस घटनाक्रम के बाद मोहल्लेवासियों ने प्रशासन को चेतावनी दी कि भविष्य में अगर ऐसी स्थिति फिर उत्पन्न हुई और समय पर कार्यवाही नहीं हुई, तो वे और भी बड़ा आंदोलन करेंगे।
“हम दिनभर अधिकारियों के चक्कर काटते रहे, लेकिन किसी ने हमारी नहीं सुनी। अंत में हमें सड़क पर उतरना पड़ा।”
– रीता शर्मा, निवासी वैशाली कॉलोनी
“बच्चे गर्मी से बेहाल थे, पानी तक नहीं था। ऐसे हालात में चुप रहना मुश्किल था।”
– नवीन त्यागी, स्थानीय नागरिक