हेलमेट नहीं तो पेट्रोल नहीं ये नियम सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया है। इसका मतलब है कि अगर आप दोपहिया वाहन चला रहे हैं और आपके पास हेलमेट नहीं है, तो आपको पेट्रोल नहीं मिलेगा। मगर प्रदेश सरकार के आदेशों को लोग ठेंगा दिखाते हुए नजर आ रहे है। जहां पेट्रोल पंप संचालक आदेशों का पालन कर बिना हेलमेट पेट्रोल नहीं दे रहे, तो वहीं लोग जुगाड करते हुए हेलमेट उधार मांग कर पेट्रोल डलवा रहे है। जो भी मोटरसाइकिल सवार हेलमेट लगाकर पेट्रोल लेने आता है उससे हेलमेट उधार मांग कर लोग पेट्रोल डलवा रहे है।
इतना ही नहीं इस अभियान के लागू होने के बाद पेट्रोल पंप मालिकों की मुश्किलें भी बढ़ रही है। देखा जा रहा है की बिना हेलमेट पेट्रोल लेने वाले लोग पेट्रोल कर्मियों से पेट्रोल ना मिलने पर बहस करते हुए नजर आ रहे है और मामला हाथापाई तक पहुंचने की नौबत आ सकती है। हापुड़ के सभी पेट्रोल पंपों पर ये ही तस्वीरे देखी जा रही है। लोग हेलमेट उधार मांग के पेट्रोल डलवा रहे है। उधार मांगने की तस्वीरें जो आ रही है। इससे ये साबित होता हुआ दिख रहा है प्रदेश सरकार जो लोगों की सड़क सुरक्षा के तहत सुरक्षा के लिए जो नो हेलमेट नो पेट्रोल अभियान लागू किया है इसमें लोग जागरूक होते हुए नहीं दिख रही है।
सोमवार से ये अभियान लागू हो गया है दो पहिया स्वामियों को बिना हेलमेट पेट्रोल नहीं मिलेगा । इसके लिए जिला पूर्ति विभाग ने पूर्ण तैयारी कर सभी पेट्रोल पंप मालिकों को निर्देश के साथ नो हेलमेट-नो पेट्रोल के बैनर लगवा दिए गए हैं। इसी क्रम में हापुड़ एआरटीओ रमेश चौबे, टीआई उपदेश कुमार और सप्लाई इंस्पेक्टर अलका हापुड़ ने सभी पेट्रोल पंपों पर पहुंचकर निरीक्षण किया कि पेट्रोल पंप पर बिना हेलमेट लगाए हुए लोगों को पेट्रोल दिया जा रहा है या नहीं ?
एआरटीओ रमेश चौबे ने पहले पेट्रोल पंप कर्मियों को निर्देश देते हुए समझाया कि जो भी दो पहिया वाहन चालक बिना हेलमेट के पेट्रोल लेने आयेगा उसको आप पेट्रोल नहीं देंगे। और वाहन चालक को आप जागरूक करेंगे कि हेलमेट ना लगाने की वजह जो आपको परेशानी हो रही है। अगर आप हेलमेट नहीं लगाओगे तो इससे और भी बड़ी परेशानी आपको हो सकती है। क्योंकि आपके घर पर कोई आपका इंतजार कर रहा है।
एआरटीओ रमेश चौबे ने बताया हेलमेट नहीं तो पेट्रोल नहीं” एक सराहनीय पहल है। यह अभियान सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। हालांकि, इस अभियान की सफलता के लिए लोगों का सहयोग और जागरूकता बहुत जरूरी है।
सप्लाई इंस्पेक्टर अलका ने कहा बिना हेलमेट पेट्रोल ना मिलने की वजह से लोगों को हेलमेट लगाना पड़ेगा और लोग हेलमेट लगाएंगे तो सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी। जिससे ये महत्वपूर्ण अभियान सफल होगा और लोगों के सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ेगी। प्रदेश सरकार ने सड़क सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ये आदेश जारी किया है।
सोमवार से प्रदेश सरकार के आदेश का सख्ती के साथ पालन कराया जाने लगा है। प्रदेश शासन ने लोगों की सुरक्षा देखते हुए पेट्रोल पंपों से बिना हेलमेट वाले दो पहिया चालकों को पेट्रोल नहीं देने के आदेश दिए हैं। आदेश को 27 जनवरी से पूरी तरह लागू किया गया है। जिला पूर्ति अधिकारी ने सभी पेट्रोल पंप मालिकों के साथ बैठक कर उन्हें शासन के नो हेलमेट-नो फ्यूल के आदेश का पालन सख्ती से कराने को निर्देशित कर दिया था। पेट्रोल पंप मालिकों ने अपने पंपों पर नो हेलमेट-नो फ्यूल के पोस्टर और बैनर लगवा दिए हैं। जिला पूर्ति अधिकारी ने बताया सभी पेट्रोल पंप मालिकों को अलर्ट कर दिया है। जहां भी बिना हेलमेट पेट्रोल दिए जाने की सूचना मिलेगी तो पंप मालिक के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।