हापुड़ में नगर पालिका में स्वास्थ्य विभाग द्वारा आपूर्ति व अन्य कार्यों के लिए जैम पोर्टल व ई निविदा पोर्टल पर निविदा आमंत्रण में विभागों के अधिकारियों द्वारा बार बार त्रुटि की जा रही है। अपने अपने चहेते ठेकेदारों को टेंडर दिलाने के लिए खेल की आशंका है, जिस कारण निविदा निरस्त करनी पड़ रही है। जिसका खामियाजा शहरवासियों को भुगतना पड़ रहा है। इस संबंध में नगर पालिका ईओ ने निविदा कार्यवाही सही ढंग से कराने के लिए टेंडर कमेटी का गठन किया है।
नगर पालिका कभी आउटसोर्सिंग सफाई कर्मचारियों के टेंडर को लेकर चर्चाओं में रही है तो कभी कंप्यूटर ऑपरेटर टेंडर को लेकर चर्चाओं में बनी रही है। टेंडरों को लेकर जनप्रतिनिधि और नगर पालिका अधिकारी भी आमने सामने आ चुके हैं। कमीशन के साठगांठ में भी चहेतों को टेंडर दिलाने के आरोप भी लगते रहे हैं।
शहर के सफाई, डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन, सामुदायिक और सार्वजनिक शौचालयों की सफाई, सफाई वाहनों के संचालन के लिए चालकों और इनके रख रखाव के लिए नगर पालिका में करीब 500 आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का टेंडर होना था लेकिन अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों द्वारा चहेते ठेकेदारों को टेंडर दिलाने का प्रयास किया जाता रहा है, जिस कारण निविदा निरस्त करनी पड़ रही है। अधिकारियों की गलती का बोझ शहरवासियों को झेलना पड़ रहा है। ऐसे में टेंडर पांच बार निरस्त हो चुका है, जिससे शहर की सफाई भी प्रभावित हो रही है और शहर में जगह जगह कूड़े के ढेर भी लगे हुए हैं। स्वच्छता रैकिंग में भी गिरावट का यह एक बड़ा कारण रहा है।
इसके साथ ही जलकल विभाग में आउटसोर्सिंग कर्मचारियों, नगर पालिका में 30 कंप्यूटर ऑपरेटर, बिजली विभाग में 40 कर्मचारियों, 20 टैक्स विभाग के कर्मचारियों और कुत्तों और बंदरों का पकडने का टेंडर कई बार निरस्त हो चुका है। जिसका खामियाजा शहरवासियों को परेशान होकर भरना पड़ता है हालांकि अधिकारी टेंडर निरस्त होने पर तर्क देते रहे हैं। साथ ही पालिका की छवि भी धूमिल हो रही है।
अधिशासी अधिकारी सौरभ नाथ- ने बताया की निविदा बिना त्रुटि के कराने के लिए प्रारंभिक चरण में टेंडर कमेटी का गठन किया गया था। अब विभाग द्वारा ही टेंडर प्रक्रिया जारी की जाएगी।