हापुड़ के सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में आने वाले बुखार, खांसी के हर तीसरे मरीज की टीबी जांच होगी। लक्षण दिखने पर पहले एक्सरे कराया जाएगा, इसमें रिपोर्ट निगेटिव आने पर कफ की जांच होगी। प्राइवेट अस्पतालों को हर मरीज का ब्योरा पोर्टल पर देना होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त करने की घोषणा की थी। अब देश को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य हासिल करना है। जिसके लिये सरकार लगातार प्रयासरत है। इसी क्रम में मार्च 2025 तक जिले को टीबी मुक्त करने की तैयारी है। इसके लिए युद्धस्तर पर स्क्रीनिंग का कार्य चल रहा है। 2025 तक टीबी को खत्म करने के लक्ष्य की ओर काम करते हुए 40 ग्राम पंचायतों ने टीबी मुक्त होने के मानक पूरे भी कर लिए हैं। अस्पतालों की ओपीडी में अभी भी टीबी के लक्षण वाले मरीज पहुंच रहे हैं।
ऐसे मरीजों पर विभाग नजर रख रहा है, इसके लिए समस्त सीएचसी के अधीक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि जिन मरीजों को लंबे समय से बुखार, खांसी की परेशानी है। उन्हें प्राथमिकता से देखा जाए, टीबी के लक्षण दिखने पर उनका एक्सरे कराया जाए, जरूरत पड़े तो सीटी स्कैन भी कराएं। स्पष्ट नहीं होता तो कफ की जांच कराकर, प्रोफाइल तैयार कराएं।
सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी- ने बताया की टीबी के लक्षण आने पर जांच अवश्य करा लें। संक्रमित बहुत से लोगों को बीमार कर सकता है। सरकारी अस्पतालों में टीबी की जांच और उपचार निशुल्क है।