हापुड़ तापमान गिरने की वजह से सर्दियां आते ही जोड़ों का दर्द और कमर का हर उम्र के लोगों को परेशान करने लगता है। जिले के सरकारी और निजी अस्पतालों में हड्डी रोगियों की संख्या बढ़ रही है। अधिकांश महिलाएं गठिया बाय की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंच रही है। हड्डी रोग विशेषज्ञों के नहीं होने से एमबीबीएस चिकित्सकों से ही उपचार कराना पड़ रहा है।
जिला अस्पताल के फिजिशियन डॉ. प्रदीप मित्तल ने बताया कि अस्पताल में जोड़ों, घुटनों, कमर और गर्दन में दर्द के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं। महिलाओं में इस तरह की समस्याएं अधिक हैं। तापमान में गिरावट के साथ ही ऐसे मरीज बढ़े हैं। ठंड के महीनों में थर्मल थेरेपी फायदेमंद साबित होती है। जोड़ों को चिकनाई देने, लचीलापन बनाए रखने के लिए विशेष निगरानी जरूरी है।
उन्होंने कहा कि ठंड के मौसम में नियमित रूप से एक घंटे धूप लें, लंबे समय तक एक ही अवस्था में न बैठे, कंधों और गर्दन को झुकाकर न बैठे और ठंडे पानी के स्थान पर गुनगुने पानी से नहाएं। घर के अंदर ही योग और व्यायाम करते रहें। गर्म तेल की मालिश आराम देती है। शरीर को ढक कर रखें।