जनपद हापुड़ में तापमान बढ़ने के साथ ही फंगल इंफेक्शन, स्कैबीज, चर्म रोग ने पैर पसार लिए हैं। घनी आबादी वाले 33 मोहल्लों में एक सप्ताह में छह हजार लोगों की जांच में 2200 में चर्म रोग मिला हैं। सरकारी और निजी अस्पतालों की ओपीडी में ढाई गुना तक मरीज बढ़ गए हैं। त्वचा रोग विभाग की ओपीडी में मरीजों की भीड़ उमड़ रही है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले के 33 मोहल्लों में सर्वे कराया गया। इन मोहल्लों में त्वचा रोगियों की संख्या काफी अधिक मिली है। छह हजार लोगों में 2200 चर्म रोग से पीड़ित मिले। जिनमें अधिकांश को स्कैबीज की ही समस्या थी।
चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ. अमरजीत सिंह ने बताया कि फंगल इंफेक्शन हर महीने मरीजों को परेशान करता है, जिसका इलाज सामान्य दवाओं से ही हो जाता है। लेकिन स्कैबीज बेहद तेजी से फैलने वाली बीमारी है, एक से दूसरे मरीज के संपर्क में आने, कपड़े संपर्क में आने से ही यह बीमारी फैलनी शुरू हो जाती है। बदलते मौसम में स्कैबीज के साथ ही एग्जिमा, सोराइसिस भी तेजी से फैल रही हैं।
ओपीडी में आने वाले मरीजों में एलर्जी, घमौरी, रेड रैशेज, लाल रंग के छोटे-छोटे दाने, त्वचा में खुजली होना, पिगमेंटेशन, सनबर्न आदि समस्याएं देखने को मिल रही हैं। मरीज बिना परामर्श के गलत लोशन, दवाएं ले रहे हैं जिससे बीमारी गंभीर हो रही है। जिन मरीजों की त्वचा संवेदनशील हैं उन्हें केमिकल युक्त उत्पादों के प्रयोग से बचना चाहिए।
हापुड़ सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी- ने बताया की तापमान बढ़ने के साथ ही त्वचा रोगियों की संख्या में इजाफा हुआ है। दवाएं पर्याप्त हैं, चिकित्सकों को भी आवश्यक निर्देश दिए हैं। इस मौसम में पसीना रुकने वाले स्थानों पर साफ सफाई रखें।