हापुड़ में ठंड के आगाज से मौसम में बदलाव आया है। इसे हलके में लेना लोगों को स्वास्थ्य के मामले में भारी पड़ रहा है। गुलाबी सर्दी लोगों को बीमार कर रही है, सीएचसी की ओपीडी बृहस्पतिवार को 1600 तक पहुंच गई। जिला अस्पताल में भी बड़ी संख्या में मरीज उपचार कराने पहुंचे। बदलते मौसम का असर बच्चों पर सबसे अधिक है, बाल रोग विशेषज्ञों की ओपीडी में डेढ़ से दो घंटे में नंबर लग रहा है। वहीं, चिकित्सक लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं।
प्रदूषण का स्तर कम हुआ है, साथ ही तापमान में भी नियमित गिरावट आ रही है। सुबह और शाम की सर्दी से बीमारी बढ़ रही है। ऐसे में सर्दी के साथ मरीजों ने भी रफ्तार पकड़ ली है। फिजिशियन डॉ. अशरफ अली ने बताया कि तापमान गिरने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता गड़बड़ा रही है। वायरल का असर बढ़ा है। रक्तचाप के उतार चढ़ाव, मधुमेह वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ी है।
जिलाअस्पताल की ईएनटी डॉ. मोहिनी सिंह ने बताया कि इस मौसम में कान, नाक, गला संबंधी समस्याएं बढ़ी हैं। प्रदूषण का स्तर बढ़ने से इन बीमारियों का प्रभाव अधिक है। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. समरेंद्र राय ने बताया कि खान पान और कपड़े पहनने में लापरवाही से बच्चे बीमार पड़ रहे हैं। डायरिया, बुखार के साथ निमोनिया बढ़ा है। खांसी, जुकाम बच्चों को परेशान कर रही हैं, सांस की नली में सूजन भी दिख रही है। ऐसे अभिभावकों से देखभाल की अपील की जा रही है।
सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी- ने बताया की सरकारी अस्पतालों में उपचार और दवा की पर्याप्त व्यवस्था है। मरीज बीमारी होने पर पहले चिकित्सक से परामर्श लें, फिर दवाएं प्राप्त करें। झोलाछापों के चक्कर में न पड़ें।