गढ़मुक्तेश्वर। मुख्यमंत्री गरीब परिवारों के बच्चों को शिक्षा दिलाकर आगे बढ़ाने के प्रयास में लगे हैं। परिषदीय स्कूलों की कायापलट कर रंग रुप बदल दिया गया।
वहीं गरीब बच्चों को नि:शुल्क किताब दी जाने के बजाय दक्ष कर्मचारियों ने कबाड़ी को रददी में बेचने के मामला प्रकाश में आया हैं।
बुधवार को शासन से किताब आई थी। कुछ स्कूलों में गुरुवार को किताब वितरीत कर दी गई। शेष शुक्रवार को वितरित की जानी थीं।
गुरुवार देर रात में परवेज स्विप्ट कार में भरकर बहादुरगढ़ कबाड़ी की दुकान पर किताब रददी में बेचने लगे। पुलिस ने मौके से दक्ष कर्मचारी परवेज को गिरफ्तार कर लिया
तथा किताब व प्रंयुक्त कार बरामद कर ली गई। पुलिस के अनुसार घटना में प्रयुक्त कार परवेज को शादी में मिली थी। परवेज 4-5 साल से दक्ष कर्मचारी तैनात हैं।
गढ़मुक्तेश्वर खंड शिक्षा अधिकारी-पंकज चर्तुवेदी ने बताया हैं कि बुधवार को कक्षा 3 से 8 तक के बच्चों को वितरण को किताब आई थीं। कुछ स्कूलों में किताब वितरित हुई। शेष शुक्रवार को वितरित करनी थी।
दक्ष कर्मचारियों द्वारा किताबों को रद्दी में बेचने का मामला प्रकाश में आया है। जिसे गंभीरता से लेते हुए एफआईआर दर्ज कराई गई है। बीएसए ने दो दक्ष कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है। ब्रजघाट एबीआरसी में दक्ष कर्मचारी, देवेन्द्र, प्रशांत, परवेज तैनात हैं।