पीएआई पोर्टल पर दिखेगा गांव का पूरा हाल, विकास से लेकर अपराध तक का होगा लेखाजोखा
सिंभावली | अब हर गांव की स्थिति, विकास कार्यों की हकीकत और वंचितों की संख्या ‘पंचायत एडवांस इंडेक्स (PAI)’ पोर्टल पर दिखाई देगी। इस पोर्टल के ज़रिए शासन को हर पंचायत का विकास, सामाजिक स्थिति, योजनाओं का लाभ और जरूरतें डिजिटल रूप में उपलब्ध होंगी।
इस परियोजना को पंचायती राज विभाग द्वारा तैयार किया गया है और शासन से हरी झंडी भी मिल चुकी है। जल्द ही इसके लिए पंचायत सचिवों, सहायकों और रोजगार सेवकों को प्रशिक्षण भी शुरू किया जाएगा।
📍 क्या होगा पीएआई पोर्टल में शामिल?
पोर्टल में पंचायत से जुड़ी लगभग 100 मानकों पर जानकारी अपलोड की जाएगी, जैसे:
- कितने लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिला?
- कितने लोग अभी भी योजना से वंचित हैं?
- कितने लोग कर्जदार हैं?
- गांव में अपराधियों की संख्या और लंबित मुकदमे
- गांव का सामाजिक और आर्थिक तानाबाना
- शिक्षा, स्वास्थ्य, साफ-सफाई और मूलभूत सुविधाओं की स्थिति
- रोजगार के अवसर, आवास और पेयजल स्थिति
🎯 इसका उद्देश्य क्या है?
- गांवों का सटीक मूल्यांकन और रैंकिंग तैयार करना
- पुरस्कार योग्य पंचायतों की पहचान
- जिन गांवों में विकास की अत्यधिक आवश्यकता है, वहां प्राथमिकता तय करना
- योजनाओं की पहुंच और प्रभाव का आकलन
- पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करना
🧑💼 जिम्मेदारी किसकी होगी?
जानकारी जुटाने की जिम्मेदारी पंचायत सचिवों को दी गई है।
उनके साथ पंचायत सहायक और रोजगार सेवक सहयोग करेंगे।
इसके लिए जल्द ही प्रशिक्षण सत्र शुरू होंगे।
🗣️ अधिकारियों का क्या कहना है?
“पीएआई पोर्टल के जरिये हर पंचायत की स्थिति का आकलन आसान होगा। इससे पारदर्शिता बढ़ेगी और विकास योजनाओं में प्राथमिकता तय की जा सकेगी।”
— संजय कुमार, एडीओ पंचायत
![]()
![]()
![]()