हापुड़ जिले में बिजली कर्मियों और अधिकारियों की हड़ताल से राजस्व वसूली समेत चेकिंग और नए कनेक्शन के काम अटक गए हैं। संविदा कर्मचारियों के हड़ताल में शामिल नहीं होने से फिलहाल सप्लाई सुचारू है। हड़ताल के दौरान करीब साढ़े चार करोड़ का राजस्व प्रभावित हुआ है। हालांकि, प्रशासन ने बिजलीघरों की निगरानी कराने का निर्णय लिया है, ताकि उपभोक्ताओं को परेशानी न हो।
बिजली कर्मचारियों की समस्याओं के निस्तारण को लेकर बीते दिनों ऊर्जा मंत्री के समक्ष हुई वार्ता में मिले आश्वासन पर अमल नहीं करने के विरोध में कर्मचारी हड़ताल पर हैं। हड़ताल के कारण उपभोक्ता परेशान हो रहे है।
हड़ताल के कारण अभी तक लगभग 4.50 करोड़ का राजस्व प्रभावित हुआ है। जो उपभोक्ता अपने बिल जमा करने काउंटरों पर पहुंच रहे हैं, वहां कैश काउंटर खुले, लेकिन उनके बिल जमा नहीं हो पा रहे हैं। वही जिला प्रशासन बिजली आपूर्ति की निगरानी कराएगा।
इसके अलावा नए कनेक्शन के आवेदन के बाद जेई द्वारा किए जाने वाले सत्यापन, खराब बिलों की त्रुटि में सुधार आदि कार्य भी ठप हो गए हैं। शुक्रवार को जिलेभर के सरकारी बिजली कर्मचारी हड़ताल में शामिल हुए, 17 मार्च तक यह हड़ताल चलेगी, जिसका पहले ही एलान किया जा चुका है।
बिजली निगम में करीब 250 नए कनेक्शन के लिए आवेदन किए गए हैं, जो हड़ताल के कारण अटक गए हैं। इसके अलावा जिन उपभोक्ताओं ने आवेदन किए हैं उनका सर्वे तक नहीं हो पा रहा है।
जिला प्रशासन ने भी अब बिजलीघरों की निगरानी बढ़ा दी है, जरूरत पड़ने पर लेखपालों को इस कार्य में लगाया जाएगा। फिलहाल संविदा कर्मचारी सप्लाई सेवा बहाल रख रहे हैं। अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर धरना देने वालों में ईश्वर प्रसाद, सुधीर कुमार, राजेश भास्कर, आनंद मौर्या, महेंद्र सिंह प्रजापति, यशवंत प्रकाश, नीतू कुमार आदि लोग शामिल रहे।
ऊर्जा निगम में करोड़ों का भ्रष्टाचार करने वाले भ्रष्टाचारियों को हड़ताल से राहत मिली है। गढ़ क्षेत्र में सरकारी नोटिसों में गड़बड़ी करने का मामला दबा दिया गया है, बाबूगढ़ के भारतीय रक्षा प्रणाली में एस्टीमेट का मामला ठंडा पड़ा, घुंघराला में लाइन शिफ्टिंग का मामला ठंडा पड़ा, ट्याला में लाइन शिफ्टिंग में फंसे जेई को राहत मिली।
एसडीएम सुनीता सिंह- ने बताया की बिजली सप्लाई में किसी तरह का व्यवधान नहीं होगा, जिला प्रशासन इसकी निगरानी कर रहा है। ऊर्जा निगम के अधिकारियों से भी सप्लाई के बारे में लगातार फीडबैक लिया जा रहा है।