जनपद हापुड़ में जिले में वायरल बुखार का प्रकोप फैलता जा रहा है। बृहस्पतिवार को जिला अस्पताल और सीएचसी की ओपीडी में 2756 मरीज आए, इसमें 965 मरीज वायरल बुखार के रहे। इन्हें जुकाम-खांसी के साथ सीने में जकड़न और सांस लेने की समस्या रही। बाल रोग विशेषज्ञों की ओपीडी में डेढ़ गुना तक मरीज बढ़ गए हैं।
सीएचसी के अधीक्षक डॉ. दिनेश खत्री ने बताया कि ओपीडी में 1685 मरीज आए, इसमें 564 मरीज मौसमी बुखार, वायरल से पीड़ित थे । दो-तीन दिन बुखार आने के बाद दवा लेने आए थे। छाती में जकड़न से सांस लेने में भी परेशानी थी।
बृहस्पतिवार को अस्पतालों में उमस, गर्मी के सताए मरीज पहुंचे। घंटे भर में पर्चा बना, डॉक्टर को दिखाने और दवा लेने के लिए भी आधा-आधा घंटे का समय लगा। गर्मी और उमस से गर्भवती और बुजुर्ग मरीजों की हालत खराब रही। दवा लेने के दौरान भी मरीजों को काफी इंतजार करना पड़ा।
बाल रोग विभाग के डॉ. समरेंद्र राय ने बताया कि ओपीडी में 160 बच्चे आए, इनमें से 103 बच्चे वायरल पीड़ित थे। तेज बुखार, खांसी के साथ डायरिया भी मिला। बच्चों पर गंभीर असर दिख रहा है। सात बच्चों को ड्रिप लगानी पड़ी। वायरल बुखार ने तेजी से पैर पसार लिए हैं। ये वायरस हर जगह तेजी से फैलता जा रहा है। चिंता की बात ये है कि इसमें सबसे ज्यादा बच्चे पीड़ित हो रहे हैं।
जिला अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डॉ. प्रदीप मित्तल ने बताया कि मौसम बदलने से ओपीडी में सबसे ज्यादा 1071 मरीज बुखार, खांसी, गले व सीने में दर्द, बलगम की दिक्कत के आए। दवाएं देने के साथ सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है।