जनपद हापुड़ में डायट परिसर में चल रहे राजकीय कन्या जूनियर हाईस्कूल में 125 छात्राओं के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है। पुरानी कलक्ट्रेट स्थित राजकीय कन्या जूनियर हाईस्कूल में चार साल से स्थाई स्टाफ नहीं है। परिषदीय स्कूल के एक शिक्षक को किसी तरह समायोजित कर यहां खानापूर्ति कराई जा रही है। इसके अलावा शहरी क्षेत्र के छह स्कूल भी शिक्षामित्रों के भरोसे चल रहे हैं।
बेटियों की शिक्षा को लेकर नारे खूब बुलंद किए जा रहे हैं। सर्व शिक्षा अभियान चलाकर शिक्षा का महत्व समझाया जा रहा है। लेकिन शहर के बीचो बीच अधिकारियों की नाक के नीचे राजकीय कन्या जूनियर हाईस्कूल अव्यवस्थाओं के बीच चल रहा है। इसमें एक भी स्थाई शिक्षक नहीं है, 125 छात्राओं को पढ़ाने के लिए अस्थाई तौर पर एक शिक्षक को किसी तरह नियुक्त किया गया है।
राजकीय कन्या जूनियर हाईस्कूल में 125 छात्राओं का भविष्य एक शिक्षिका के हाथों में है। एक शिक्षिका के जिम्मे 125 छात्राओं का पठन पाठन का कार्य रामभरोसे हो रहा है। अलग-अलग कक्षाओं की छात्राओं को एक शिक्षिका कैसे शिक्षित करती होंगी, इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। पुराने बीएसए कार्यालय से सटे इस स्कूल में शिक्षा का खुला मजाक उड़ रहा है।
नगर शिक्षा अधिकारी मनोज गुप्ता- ने बताया की राजकीय कन्या जूनियर हाईस्कूल में 125 छात्राएं पढ़ रही हैं। एक शिक्षिका स्कूल में तैनात हैं, छात्राओं को शिक्षित किया जा रहा है। उच्चाधिकारियों को भी शिक्षकों की कमी से संबंध में अवगत करा दिया है।