हापुड़ में जुलाई के मध्य से सितंबर के मध्य माह तक लगभग दो महीने तक रुक- रुककर हुई बरसात ने जिले की चकाचक सड़कों को गड्ढों में तब्दील कर दिया। जिसके बाद चार दिन पहले मुख्यमंत्री ने दशहरा तक सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का निर्देश दिया था, लेकिन इस दिशा में लोक निर्माण विभाग और नगर पालिका कुछ नहीं कर सके हैं।
अभी तक जिले की एक भी सड़क गड्ढा मुक्त नहीं हो सकी है। ऐसे में दशहरे में सिर्फ 13 दिन शेष रह गए हैं, इन दिनों में 192 किलोमीटर सड़कों को गड्ढामुक्त करना असंभव सा नजर आ रहा है। लोक निर्माण विभाग करीब 1.19 करोड़ और नगर पालिका 26 लाख रुपये से सड़कों को गड्ढा मुक्त करेगी। इसके लिए अभी तक टेंडर प्रक्रिया ही चल रही है। ऐसे में प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही सड़कों को गड्ढा मुक्त किया जा सकेगा।
जुलाई और अगस्त माह में हुई बरसात के बाद लोक निर्माण विभाग ने सड़कों को लेकर सर्वे किया था। अब अक्तूबर की शुरू हो रहा है और अधिकारियों ने कुछ नहीं किया है। यदि अब संबंधित विभाग पेच वर्क का कार्य शुरू भी करते हैं तो फिर कार्य में हर बार की तरह लापरवाही उजागर होगी। कुछ दिन बाद यह पेच वर्क उखड़ जाएगा और रोड़ी सड़कों पर फैलने लगती है। यह बार कार्य में लेटलतीफी के कारण जिन सड़कों को गड्ढा मुक्त किया जाता है, वह चंद दिनों बाद ही गड्ढों में तब्दील हो जाती हैं।
जिले के सभी मुख्य मार्गों से लेकर लिंक रोड और नगर के मार्गों का बुरा हाल है। बारिश के कारण टूटी डामर वाली सड़कों के क्षतिग्रस्त होने के कारण लोग इनपर गिरकर घायल हो रहे हैं। ऐसे में अधिकारियों को संज्ञान लेकर स्वयं ही अब तक सड़कों को ठीक करा देना चाहिए था। वहीं, वाहनों के संचालन के कारण सड़कें गड्ढों वाली जगह से तेजी से उखड़ रही हैं। जिस कारण कई जगह बड़े-बड़े गड्ढे भी हो गए हैं। यह हाल शहर से लेकर गांवों तक है। इन मार्गों से हर दिन हजारों वाहन गुजरते हैं। फ्री गंज में भी सड़कों की स्थिति खराब है। जिस कारण स्थिति बहुत अधिक खराब हो गई है।
लोक निर्माण विभाग अधिशासी अभियंता नरेश कुमार- ने बताया की हापुड़ और धौलाना के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। गढ़ और सिंभावली क्षेत्र के लिए प्रक्रिया पूरी होने वाली है। दिन-रात करके हर हाल में शासन के निर्देशों का पालन कर सड़कों को गड्डामुक्त कर दिया जाएगा।