विक्रेताओं ने जताई आने वाले दिनों में और महंगाई की आशंका
हापुड़। बारिश के चलते सब्जियों की आवक प्रभावित होने लगी है, जिसका सीधा असर कीमतों पर दिखाई दे रहा है। टमाटर और प्याज जैसी रोजमर्रा की सब्जियां अब आम आदमी की जेब पर भारी पड़ रही हैं। महंगाई की मार से रसोई का बजट बिगड़ गया है।
पिछले दो हफ्तों में टमाटर के दाम 30 रुपये किलो से बढ़कर 50 रुपये प्रति किलो, और प्याज के दाम 20 रुपये से बढ़कर 30 रुपये प्रति किलो हो गए हैं। मंडियों में स्थानीय सब्जियों की आवक कम होने की वजह से अब अन्य राज्यों से आपूर्ति पर निर्भरता बढ़ गई है।
📊 सब्जियों के ताज़ा बाजार भाव:
- टमाटर: ₹50/किलो (पहले ₹30)
- प्याज: ₹30/किलो (पहले ₹20)
- खीरा: ₹50/किलो (पहले ₹30)
- लौकी: ₹40/किलो (पहले ₹20)
- गोभी: ₹100/किलो (पहले ₹60)
- मटर: ₹160/किलो (पहले ₹120)
सब्जी विक्रेता किशोर कुमार ने बताया कि टमाटर की आपूर्ति शिमला, बंगलुरु और नासिक, जबकि प्याज की आपूर्ति मध्य प्रदेश से हो रही है। खीरा उत्तराखंड से और गोभी-मटर शिमला से आ रही है, जिससे लंबी दूरी की ढुलाई लागत भी बढ़ती कीमतों में अहम भूमिका निभा रही है।
🌧 आगे और बढ़ सकते हैं दाम
विक्रेताओं का कहना है कि बरसात के चलते खेतों में फसल खराब होने की आशंका है, जिससे आने वाले दिनों में सब्जियों की कीमतों में और तेजी देखने को मिल सकती है। खासकर टमाटर, मटर, गोभी और खीरा जैसे संवेदनशील उत्पादों पर असर अधिक होगा।
📌 उपभोक्ताओं की राय:
“अब तो सब्जी लेना भी सोच-समझकर करना पड़ रहा है। हर दिन के बजट में कटौती करनी पड़ रही है।” — रीना, गृहिणी