हापुड़ में स्वास्थ्य विभाग की जांच में डेंगू का एक मरीज मिला है, जो राजस्थान के अल्वर का रहने वाला है। उसकी रिपोर्ट संबंधित जिले के सीएमओ को भेजी गई है। साथ ही सरकारी अस्पतालों में आठ मरीजों में टाइफाइड की पुष्टि हुई। पेट संक्रमण से परेशान दस मरीज अस्पतालों में भर्ती कराए गए। वायरल बुखार के मरीजों से वार्ड भरे रहे।
जिला अस्पताल और हापुड़ सीएचसी की ओपीडी में सोमवार को 3200 से ज्यादा मरीज पहुंचे। सीएमएस डॉ. प्रदीप मित्तल ने बताया कि बदलते मौसम में वायरल बुखार का प्रकोप अधिक है। बुखार के 95 फीसदी मरीजों में वायरल ही मिल रहा है। चपेट में आए मरीजों की प्लेटलेट्स गिर रही है।
सीएचसी के फिजिशियन डॉ. अशरफ अली ने बताया कि इन दिनों बुखार के साथ पेट संक्रमण के मरीज बढ़े हैं। पेट में भयंकर दर्द की शिकायत लेकर मरीज पहुंच रहे हैं। ऐसे मरीजों को भर्ती कर उपचार देना पड़ रहा है। बरसात के मौसम में दूषित खान पान इसकी वजह बन रहा है। बड़ों के साथ बच्चे भी इन बीमारियों से पीड़ित हैं।
डीएमओ डॉ. सत्येंद्र कुमार ने बताया कि जिला अस्पताल की लैब में जांच के दौरान एक मरीज में डेंगू की पुष्टि हुई है। मरीज राजस्थान के अल्वर का रहने वाला है, जो स्वास्थ्य विभाग में ही कार्यरत है। ट्रेविंग हिस्ट्री से पता चला कि अल्वर से ही उसे डेंगू हुआ था। उसकी रिपोर्ट संबंधित जिले को प्रेषित कर दी गई है। जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या नौ है। वहीं, टाइफाइड के हर रोज पांच से अधिककेस मिल रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने जिले में 56 स्थानों पर लार्वा नष्ट कराया संवेदनशील गावों में इस तरह का अभियान चला एंटी लार्वा और फॉगिंग का कार्य किया गया।
सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी- ने बताया की डेंगू को लेकर सावधानी बरतें, घरों के आस-पास पानी न भरने दें। बुखार होने पर सरकारी अस्पतालों में पहुंचे, झोलाछापों के चक्कर में न पड़ें। मरीजों को भर्ती करने और उपचार की पर्याप्त व्यवस्थाएं हैं।