जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर में प्राचीन नक्का कुआं मंदिर के मुख्य महंत ने जूना अखाड़ा अंतरराष्ट्रीय सभापति समेत 15 लोगों पर कोरे कागज पर हस्ताक्षर कराने, मंदिर में चोरी, जान से मारने धमकी देने के आरोप में न्यायालय के आदेश पर कोतवाली में मुकदमा दर्ज हुआ है।
महंत बारह गिरि ने बताया कि मंदिर परिसर में 16 सितंबर को जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय सभापति प्रेमगिरि ने दान पात्रों और मंदिर की कार के संबंध में एक प्रेस वार्ता की। जिसके बाद जबरन कोरे कागज पर उनके हस्ताक्षर कराकर दानपात्रों और कार की चाबी उन्हें सौंप दी। चाबी देने के बाद प्रेमगिरि तथा अन्य साधुओं के साथ उनका उत्पीडन करता रहा। जिससे परेशान होकर उन्होंने तीन अक्तूबर को आईजी कार्यालय में शिकायत की।
चार अक्तूबर को मंदिर परिसर में स्थानीय विधायक, एसडीएम, सीओ समेत नगर के संभ्रात लोगों की एक बैठक मंदिर परिसर में हुई, जिसमें प्रेम गिरि नहीं पहुंचे। जिसके चलते आठ अक्तूबर को दोबारा बैठक की गई। इस दौरान कुछ लोगों ने मंदिर के दानपात्रों और भंडार गृह के ताले तोड़कर 40 क्विंटल गेहूं, चार एलपीजी सिलिंडर, देशी घी, छह हजार रुपये चोरी कर लिए।
इस संबंध में उन्होंने कोतवाली में तहरीर दी, जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने मंदिर परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चैक की, जिसमें भीमगिरि, हरिगिरि, जयप्रकाश गिरि, शांति गिरि समेत अन्य लोग दान पात्रों के ताले काटते हुए दिखाई दिए। लेकिन पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की। जिसके चलते उन्हें न्यायालय का सहारा लेकर न्यायालय में वाद दायर करना पड़ा।
सीओ आशुतोष शिवम का कहना है कि न्यायालय के आदेश पर महंत प्रेम गिरि, बजरंग गिरि, जियानंद, त्रिवेणी गिरि, गजानंद, हरि गिरि, भीम गिरि, जयप्रकाश उर्फ जय गिरि, शांति गिरि, राजाराम, टिंकू, रिंकू, पिंटू गिरि, नरेश, ओमप्रकाश के खिलाफ धोखाधड़ी, चोरी समेत अन्य धारा में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। मामले की जांच की जा रही है।